Uttarakhand Flood: रामनगर (Ramnagar) में शुक्रवार की देर रात से बरसात का सिलसिला जारी है. बारिश ने लोगों की दिनचर्या को बुरी तरह प्रभावित किया है. लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हो गए हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में तबाही सड़क से लेकर घर और खेत-खलिहान तक बारिश का पानी पहंच गया. खेत में लगी धान की फसल पूरी तरह चौपट हो गई. पीरुमदारा पुलिस चौकी तालाब बन गया. पानी में घिरे पुलिस कर्मियों का चौकी से बाहर निकलना दुश्वार हो गया है. नेशनल हाईवे 309 की मुख्य सड़क पर भी जलभराव ने वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है.
मूसलाधार बारिश ने थामी जिंदगी की रफ्तार
पीरु मदारा क्षेत्र की कई दुकानों में बारिश का पानी घुसने से दुकानदारों को आर्थिक नुकसान हुआ है. दुकान के कारोबारी माल पानी में भीग चुके हैं. उदयपुरी बंदोबस्ती इलाके के कई घरों में पानी आने से खाने पीने का सामान बर्बाद हो गया. धान की फसल चौपट होने से किसानों की भी कमर टूट गई. ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के कारण काफी नुकसान हुआ है. उन्होंने मवेशियों के भी पानी में बहने की बात बताई.
प्रशासन पर समस्या की अनदेखी का आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि स्टोन क्रशर की वजह से बरसात का पानी रिहाइशी इलाकों की ओर रुख कर रहा है. उन्होंने कहा कि कई बार धरना प्रदर्शन कर समस्या से अधिकारियों को अवगत कराया गया. लेकिन ग्रामीणों की समस्याओं का आज तक कोई समाधान नहीं निकला. ग्रामीणों ने इस संबंध में अधिकारियों से बरसात से जुड़ी परेशानी दूर करने की मांग की. कई क्षेत्रों में जलभराव की सूचना मिलने के साथ नुकसान की भी जानकारी मिली है. एसडीएम गौरव चटवाल ने बताया कि नुकसान का आकलन कराया जा रहा है. उन्होंने वादा किया कि प्रभावितों को नियमानुसार मुआवजा देने की कार्रवाई की जाएगी.