Uttarakhand News: उत्तराखंड से पौड़ी सांसद अनिल बलूनी ने एबीपी लाइव से बात करते हुए बताया की उनकी लोकसभा के पांच जिलों में फॉरेस्ट के क्लीयरेंस न मिलने के चलते रुकी हुई 105 सड़के जल्द बन कर तैयार होंगी. इन सड़कों को जल्द केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय से मंजूरी मिल सकती है. जिसके बाद ये सड़के बन जाएगी. इसको लेकर सांसद अनिल बलूनी ने कहा कि हमारा प्रदेश अधिकतम वन भूमि से घिरा है. यहां कई ऐसी सड़क है. जो फारेस्ट की अनुमति न मिलने के चलते नहीं बन पाती है.
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल से सांसद और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलुनिया बताया कि उनके संसदीय क्षेत्र में पांच जिले ऐसे हैं. जिनमें लगभग 105 सड़के फॉरेस्ट क्लीयरेंस ना मिलने के चलते रुकी पड़ी है. इसको लेकर उन्होंने केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय में बात की है. जल्द ही इन सड़कों को क्लेरेंस मिल सकता है. जिसके बाद इन सड़कों के बनने का रास्ता साफ हो जाएगा.इन सड़कों के बनने से स्थानीय लोग काफी फायदा होगा. इन सड़कों के बनने से जंगल से शहर तक का सफर आसान हो जाएगा. ये सड़को कई सालों से नही बन पाई है. इस बात को खुद सांसद अनिल बलूनी ने बताया है कि ये सड़के बहुत जल्द बनना शुरू हो जाएंगी.
सड़क बनने से कई मुश्किलें होंगी आसान
बता दे की उत्तराखंड में कई बार देखा गया है की फॉरेस्ट की मंजूरी नहीं होने के कहते कई विकास कार्य नहीं हो पाते. ऐसा ही कुछ इन पांच जिलों के इन 105 से अधिक सड़कों के साथ हुआ. कई सालो से लोगों की मांग फाइलों में दबी पड़ी थी. अब जाकर लोगों की उम्मीद जागी है. अनिल बलूनी के इस बयान के बाद कई गांवों में खुशी की लहर देखने को मिल रही है. लोगों का कहना है कि अब अपने बीमार लोगों को कांधे पर लेकर नहीं जाना पड़ेगा. सड़क बनने से हमारी कई मुश्किलें आसान हो जाएंगी.
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