Uttarakhand Tiger Attack: वन विभाग ने कसा शिकारी बाघ पर शिकंजा, चुकुम गांव में ली थी एक व्यक्ति की जान
Uttarakhand News: उत्तराखंड में एक बार फिर एक बाग ने एक व्यक्ति को अपना शिकार बनाया है. जिससे गांव और आसपास के इलाकों में खौफ का माहौल है. ग्रामीणों की शिकायत पर वन विभाग ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया.
Uttarakhand Tiger Terror: उत्तराखंड में बाघ का आतंक जारी है. यहां बाघ लगातार इंसानों का अपना शिकार बना रहे हैं. कभी हाथी पर तो कभी इंसानों पर हमला कर उनको मौत की घाट उतार दे रहे हैं. उत्तराखंड के गढ़वाल कुमाऊं की सीमा पर स्थित चुकुम गांव में बाघ ने एक व्यक्ति को अपना शिकार बना लिया था, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई थी. इस इलाके में बाघों का खौफ दिन पर दिन बढ़ते ही जा रहा है. यहां के लोग बाघ की खौफ में जिंदगी जीने पर मजबूर हैं. क्योंकि आए दिन बाघ इनके मवेशियों को या खुद इनको अपना शिकार बनाते हैं. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कई दिनों से वन विभाग को कर रहे थे. जिसके बाद वन विभाग के कर्मचारी सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिए थे और आज यानी 28 जनवरी की सुबह इस बाघ को वन विभाग ने बमुश्किल पिंजरे में कैद करने में कामयाब रहें.
उत्तराखंड के मोहन छेत्र में चुकुम गांव में बाघ का खौफ इतना था कि लोग अपने घरों से निकलने को तैयार नहीं थे. शाम होते ही लोग अपने घरों में खुद को कैद कर लेते ते. ग्रामीण लगातार इस बाग को पकड़ने के लिए वन विभाग पर दबाव बना रे थे. वन विभाग भी इस बाघ को पकड़ने के लिए लगातार कोशिश कर रहा था. इस क्रम में इस बाग ने कल एक ग्रामीण को अपना शिकार बना लिया. ग्रामीण की मौके पर ही मौत हो गई थी. जिसके बाद ग्रामीणों का आक्रोश भड़क उठा. ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और इस टाइगर को पकड़ने के लिए वन विभाग पर जमकर भड़ास निकाली.
शिकारी बाघ पर वन विभाग का शिकंजा
आखिरकार वन विभाग ने इस बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया था, जिसके बाद इस बाघ को कैद करने में वन विभाग के कर्मचारी कामयाब रहें. अब इस बाघ को कैद करने के बाद इसको कहीं दूसरी जगह ले जाने की बात सामने आ रही है. फिलहाल इसको कॉर्बेट पार्क मैंने रेस्क्यू सेंटर में लेकर जाया जाएगा. वहां इसका निरीक्षण करने के बाद इसको दोबारा से किसी और जंगल में छोड़ने की बात की जा रही है.
बता दें कि उत्तराखंड में कुछ दिन पहले ही एक बाघ ने कई लोगों पर हमला कर दिया था. यह हादसा हाथीडंगर गांव में हुआ. घायलों को उपचार के लिए रामनगर के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया थ, जबकि हमले के कई दिनों के बाद भी उस बाघ की मौजूदगी गांव में देखी गई थी. बता दें कि कॉर्बेट नेशनल पार्क से सटे तराई पश्चिमी वन विभाग डिवीजन के हाथी नगर गांव में एक बाघ ने कई लोगों को घायल करते हुए एक महिला की जान ले ली थी. इस घटना के बाद भी गांव के आसपास में दहशत का माहौल बन गया था. फिर वन विभाग के कर्मचारी इस बाघ को कैद करने में कामयाब रहे थे.
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