Uttarakhand News: उत्तराखंड में वन विभाग की टीम ने जिम कॉर्बेट नेशनल के पास से एक बाघ को पकड़ लिया है. बाघ बीते 15 दिनों से खतरे का सबब बना हुआ था. हल्दवानी में वन विभाग की टीम ने देर रात बाघ को ट्रेंकुलाइज (बेहोश) कर पकड़ लिया. इस बाघ ने पिछले 15 दिनों में आधा दर्जन से अधिक मावेशियों को अपना निवाला बनाया था और इंसानों के लिए भी खतरा बना हुआ था,
रेस्क्यू कर ढेला सेंटर भेजा बाघ
उत्तराखंड में बाघ और तेंदुओं की संख्या बढ़ाना वन महकमें के लिए खुशी की बात है. पिछले कुछ महीनों की बात करे तो कॉर्बेट नेशनल पार्क में बाघों के दर्शन ऐसे हो रहे है जैसे बाघ हर जगह मौजूद है अब हर कोने पे टाइगर दिखाई देने लगे है यह तक की बाघों और तेंदुओं के इलाज के लिए बनाया गया रेस्क्यू सेंटर अब इन बाघों की संख्या से फुल हो गया है. कल रात कॉर्बेट पार्क प्रशासन ने लोगो के लिए खतरा बनता जा रहा एक टाइगर और पकड़ा है जिसे ढेला रेस्क्यू सेंटर में भेजा गया है इस टाइगर के जाने के बाद अब इस रेस्क्यू सेंटर में फिलहाल ना तो टाइगर के लिए जगह है और ना ही तेंदुआ के लिए अब ऐसे में इस रेस्क्यू सेंटर से कुछ टाइगर देहरादून चिड़ियाघर भेजे जा सकते हैं.
बेहोश कर बाघ को पकड़ा
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर (IFS) दिगंत नायक ने बताया कि उस समय से ऐसी घटनाएं सामने आ रही है. लेकिन हम लगातार ऐसी घटनाओं पर नजर रख रहे हैं, हमारी टीमें लगातार कॉर्बेट टाइगर रिजर्व और उसके आसपास मौजूद रहती है. ऐसी कोई घटना सामने आने के बाद हम तुरंत अपनी टीमों को रेस्पॉन्ड करने के लिए कहते हैं. एक घटना पिछले 15 दिनों से हमारे सामने आ रही थी जिसमें एक टाइगर एक गांव के आसपास दिखाई दे रहा था. जिसे हमने ट्रेंकुलाइज (बेहोश) कर पकड़ कर ढीला रिस्की सेंटर में भेजा है फिलहाल सब ठीक है बाद भी सुरक्षित है और स्थानीय लोग भी सुरक्षित है.
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