Dehradun News: पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने निकाय चुनाव को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर सवाल उठाए है, पूर्व सीएम हरीश रावत का कहना है कि विधानसभा में बिल पारित होने के बाद प्रवर समिति को मामला भेजना संसदीय परंपराओं की अवमानना है. प्रवर समिति को भेजने से पहले इन्हें नया बिल पेश करना चाहिए था. प्रदेश सरकार निकाय चुनाव कराने से डर रही है.
हरीश रावत ने कहा कि राज्य सरकार को एक दिन का विशेष सत्र बुलाना चाहिए और जल्द से जल्द निकाय चुनाव कराने चाहिए. सरकार की मंशा पर जनता को शक होने लगा है. आखिर क्या बात है जो निकाय चुनाव कराने से सरकार बचना चाहती है. वही हरीश रावत ने उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने के सवाल पर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा पर जुबानी हमला किया है.
उन्होंने कहा यदि उनकी सरकार को विजय बहुगुणा और उनके साथियों ने नहीं गिराया होता तो गैरसैंण को पूर्ण राजधानी का दर्जा मिल जाता. हरीश रावत ने कहा कि हमारी सरकार ने गैरसैण को लेकर कई योजनाएं बनाई थी, हम गैरसैंण को राजधानी का दर्जा देने वाले थे लेकिन कुछ जय चंदों ने हमारी सरकार को साजिश रच कर गिरा दिया.
मंत्री सुबोध उनियाल ने किया पलटवार
वहीं हरीश रावत के इस बयान पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने बड़ा हमला बोला है. सुबोध उनियाल ने कहा कि कांग्रेस की जो हालात आज है उसकी पूरी जिम्मेदारी हरीश रावत पर है. हरीश रावत की हरकतों के चलते ही कांग्रेस का आज यह हाल हुआ है. हरीश रावत अगर चाहते तो गैरसैंण को राजधानी तब बना सकते थे. इसमें किसी और पर इल्जाम डालने से कुछ नहीं होने वाला है. सब कुछ किया धरा हरीश रावत का ही है. अब हरीश रावत अपनी कमजोरी का ठीक रहा दूसरों पर फोड़ना चाहते हैं.
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