Uttarakhand News: उत्तराखंड विधानसभा भर्ती घोटाले (Vidhansabha Recruitment Scam) में कार्रवाई करते हुए विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी (Ritu Khanduri) ने सचिव मुकेश सिंघल (Mukesh Singhal) को सस्पेंड कर दिया है और अनियमित तरीके से हुए 228 भर्तियों को भी रद्द कर दिया है. इस मामले को लेकर अब पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) की प्रतिक्रिया सामने आई हैं. त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने विधानसभा (Uttarakhand Assembly) ने कहा कि विधानसभा स्तर पर जो जांच कमेटी गठित की गई थी, उसी की रिपोर्ट के आधार पर विधानसभा अध्यक्ष ने ये फैसला लिया है. उन्होंने स्पीकर के इस फैसले का स्वागत किया. 


रितु खंडूरी के फैसले पर पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र रावत क्या बोले


त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि भर्ती घोटाले की जांच रिपोर्ट के आधार पर जो बात सामने आई है उसमें भर्तियों में बड़े स्तर पर नियमों का उल्लंघन किया गया था. इसी आधार पर विधानसभा अध्यक्ष ने ये बड़ा फैसला लिया है. त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि बीजेपी का ये पहले से सिद्धांत रहा है कि भाई-भतीजावाद किसी भी कीमत पर नहीं अपनाया जाएगा और विधानसभा स्तर पर हुई भर्तियों में जिस तरह से भाई भतीजावाद अपनाया गया था उसके बाद ये निर्णय लेना जरूरी था और उसके साथ ही प्रदेश के युवाओं में एक भरोसा जताने के लिए कठोर कदम उठाए जाने चाहिए जो विधानसभा अध्यक्ष खंडूरी ने उठाए हैं. 


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कठोर नियम बनाने की कही बात


पूर्व सीएम ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को जनता चुनकर भेजती है और हमें उनके भले के लिए काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि नैतिकता का पालन करके काम किया जाए तो इस तरह के काम कभी नहीं होंगे. अब विधानसभा में एक कठोर नियम बनाने की जरूरत है ताकि आगे पारदर्शिता के अनुसार बढ़ती हो सके. 


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