(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Ankita Bhandari Case: अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में कांग्रेस ने सरकार को घेरा, विरोध प्रदर्शन जारी रखने की चेतावनी
Ankita Bhandari Murder Murder Case: पूर्व पीसीसी अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने उत्तराखंड सरकार पर जमकर निशाना साधा. उनका कहना है कि अगर अंकित हत्याकांड में जल्द खुलासा नहीं हुआ तो उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.
Ankita Bhandari Murder Case: उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड को एक साल बीत गया है. वहीं अभी तक इस मामले में अंकिता के परिजनों को इंसाफ नहीं मिल पाया है. जिसे लेकर हाल ही में उत्तराखंड कांग्रेस पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने अपने बाल मुंडवा लिए थे. फिलहाल अब इस पर कांग्रेस पार्टी के पूर्व पीसीसी अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को अपने निशान पर लिया है.
दरअसल कांग्रेस पार्टी के पूर्व पीसीसी अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने प्रेस वार्ता करते हुए सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने अंकित भंडारी को न्याय दिलाने के लिए महिला कांग्रेस की ओर से किए गए प्रदर्शन पर पीठ थपथपाई. वहीं उन्होंने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की ओर से महिलाओं के सिर मुंडवाने को लेकर उठाए गए सवालों का जवाब में पलट वार किया है.
महेंद्र भट्ट पर साधा निशाना
उनका कहना है कि महेंद्र भट्ट को सुषमा स्वराज के उस बयान को भी याद करना चाहिए जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रही सोनिया गांधी के लिए कहा था कि यदि सोनिया गांधी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे तो वह अपना सर मुंडवा देंगी, ऐसे में सोनिया गांधी ने बड़ा दिल दिखाते हुए एक महिला की भावनाओं का आदर करते हुए प्रधानमंत्री पद की शपथ नहीं ली थी.
प्रदर्शन जारी रखने की चेतावनी
उन्होंने कहा कि अंकित भंडारी को न्याय दिलाने के लिए अभी तो कांग्रेस की दो बहनों ने ही केश दान किए हैं, लेकिन अंकित हत्याकांड में वीआईपी का नाम उजागर किए जाने की मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी आगामी दिनों में बड़े पैमाने पर केश दान करेगी. उन्होंने कहा कि यदि अंकिता को न्याय नहीं मिला तो बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता महिलाएं अपना सर मुंडवा कर सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज कराएंगे.
अंकित भंडारी मामले में कांग्रेस लगातार भारतीय जनता पार्टी और राज्य सरकार पर सवाल उठा रही है. वहीं अभी तक इस मामले में वीआईपी का नाम सामने नहीं आया है और उसकी पहचान भी उजागर नहीं हो पाई है, जिसके कारण अंकिता पर लगातार दबाव बनाया जा रहा था. इसको लेकर कांग्रेस पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रही है और सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है.
यह भी पढ़ेंः
Watch: सिद्धार्थनगर में दिखा पुलिस का अमानवीय चेहरा, दिव्यांग शख्स को जमकर पीटते नजर आए दो पुलिसकर्मी