Kedarnath Yatra 2023: केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में बारिश ने मचाई तबाही, 13 लोग लापता, कई मलबे में दबे
Uttarakhand Landslide: गौरीकुंड बस स्टेशन के नजदीक देर रात वज्रपात होने से पहाड़ी दरक गई. पहाड़ी से गिरे बोल्डरों की चपेट में सोनप्रयाग-गौरीकुंड मोटरमार्ग के किनारे स्थित तीन से चार दुकानें भी आ गईं.
Landslide In Gaurikund: केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra) के सबसे मुख्य पड़ाव गौरीकुंड (Gaurikund) में गुरुवार देर रात बड़ा हादसा हो गया. पहाड़ी दरकने के कारण यहां तीन चार दुकाने ध्वस्त हो गईं. इतना ही नहीं दुकानों में मौजूद 13 लोग घटना के समय से ही लापता चल रहे हैं. लगातार तेज बारिश होने के कारण रेस्क्यू अभियान चलाने में काफी दिक्कतें हो रही हैं. रात के समय चले रेस्क्यू अभियान में लापता चल रहे किसी भी व्यक्ति का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है.
दरअसल, केदारनाथ यात्रा के सबसे मुख्य पड़ाव गौरीकुंड बस स्टेशन के नजदीक देर रात वज्रपात होने से पहाड़ी दरक गई. पहाड़ी से गिरे बोल्डरों की चपेट में सोनप्रयाग-गौरीकुंड मोटरमार्ग के किनारे स्थित तीन से चार दुकानें भी आ गईं. पहाड़ी से इतने भारी-भरकम बोल्डर गिरे कि दुकानों का भी कुछ अता-पता नहीं है. बताया जा रहा है कि घटना के समय दुकानों के भीतर लगभग 13 लोग मौजूद थे, जोकि लापता चल रहे हैं.
लापता लोगों का नहीं चल पाया है पता
वहीं गुरुवार देर रात एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीम रेस्क्यू करने के लिए पहुंची, लेकिन लापता चल रहे लोगों का कुछ भी पता नहीं चल पाया है. लगातार तेज बारिश होने के कारण रात को ही रेस्क्यू अभियान रोकना पड़ा. ऐसे में अनुमान जताया जा रहा है कि लापता चल रहे लोग मंदाकिनी नदी की तेज धारा में बह सकते हैं. नदी भी विकराल रूप धारण करके बह रही है.नदी के ठीक उपर ही यह दुकाने स्थित थीं. घटना में एक नेपाली परिवार के सात लोग लापता चल रहे हैं.
इसमें नेपाली मूल के पति-पत्नी के अलावा उनके तीन पुत्र और तीन पुत्रियां शामिल हैं. वहीं बहने वालों में कुछ स्थानीय लोग भी शामिल हैं. वहीं जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि घटना के बाद से सर्च अभियान जारी है. लगातार तेज बारिश हो रही है. 10 से अधिक लोग लापता चल रहे हैं.