देहरादून, एबीपी गंगा। 66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में उत्तराखंड ने मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का पुरस्कार अपने नाम किया है। सोमवार को नयी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के हाथों यह पुरस्कार राज्य सरकार की ओर से सूचना सचिव दिलीप जावलकर ने प्राप्त किया।
यहां जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, उत्तराखण्ड को यह पुरस्कार फिल्म उद्योग को आगे बढ़ाने, फिल्म निर्माण के लिए राज्य में सहज माहौल तैयार करने, बंद पड़े सिनेमा हॉलों को फिर से खोलने के लिए प्रोत्साहित करने, फिल्म विकास कोष का निर्माण करने, फिल्म निर्माण के लिए प्रोत्साहन देने की योजना जारी रखने के अलावा उत्तराखण्ड फिल्म विकास समिति के निर्माण के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया गया है।
इस मौके पर नायडू ने अपने संबोधन में उत्तराखण्ड को पुरस्कार मिलने पर बधाई दी और कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में फिल्म शूटिंग के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने के सराहनीय प्रयास गये हैं। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार मिलने से जहाँ एक ओर पर्यटन के क्षेत्र में गति आयेगी, वहीं फिल्म शूटिग में भी वृद्धि होगी।
जावलकर ने कहा कि इस पुरस्कार के मिलने के बाद देश-विदेश के फिल्म निर्माता राज्य में अधिक से अधिक संख्या में आयेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के अध्यक्ष त्रिवेंद्र सिंह रावत के मार्गदर्शन में प्रदेश की फिल्म नीति—2019 को और अधिक आकर्षक बनाया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का मानना है कि राज्य में अधिक से अधिक फिल्म निर्माता आयें जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़े। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से फिल्मों को सब्सिडी भी दी जा रही है।
गत एक वर्ष में राज्य में 200 फिल्मों, धारावाहिक, डाक्यूमेंट्री आदि की शूटिंग की गई है। इनमें 'मीटर चालू बत्ती गुल, परमाणु, बाटला हाउस, कबीर सिंह, केदारनाथ, नरेन्द्र मोदी, स्टूडेंट ऑफ द ईयर, रागदेश, तड़प, वार, डिस्कवरी चैनल पर प्रसारित कार्यक्रम 'मैन वर्सेस वाइल्ड आदि प्रमुख कार्यक्रम शामिल हैं।