चमोली. ग्लेशियर फटने से धौलीगंगा नदी में बाढ़ आ गई, जिससे ऋषिगंगा प्रोजेक्ट तबाह हो गया है. साथ ही इस प्रोजेक्ट में काम कर रहे 150 मजदूरों के लापता होने की आशंका है. अब तक दो लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं. राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी और सेना के सैकड़ों जवानों को लगाया गया है. आर्मी ने अपने 600 जवान बचाव कार्य के लिए भेजे हैं.


एहतियात के तौर पर नदी किनारे सभी इलाके खाली करा लिए गए हैं. लोगों से नदी के पास ना जाने की अपील की जा रही है. कुछ पुल के नुकसान होने की भी खबर है.


चमोली से लेकर हरिद्वार तक अलर्ट जारी किया गया है. ऋषिकेश में राफ्टिंग करने वाले लोगों को किनारों से हटाया जा रहा है.


राज्य के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि 100 से 150 लोगों के लापता होने की आशंका है. आईटीबीपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं. रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है.


ग्लेशियर फटने के बाद चमोली के रेनी गांव के पास बाढ़ आ गई. बाढ़ ने नदियों के कई तट और घरों को तोड़ दिया है.


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