नई दिल्ली: उत्तराखंड के जोशीमठ में ग्लेशियर फटने से तबाही मच गई है. इस बीच उत्तराखंड सरकार ने हेल्प लाइन नंबर जारी किए हैं. हादसे से जुड़ी जानकारी के लिए 1070 और 9557444486 पर कॉल कर सकते हैं. देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश में अलर्ट किया गया है. निचले इलाकों से लोगों को हटाया जा रहा है. दिल्ली से एनडीआरएफ की तीन टीमें भेजी गई हैं. एनडीआरफ ने कहा है कि नुकसान का आंकलन कर रहे हैं.


सीएम की अपील किसी तरह के अफवाह पर ध्यान न दें


राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लोगों से अपील की है कि किसी भी तरह के अफवाहों पर ध्यान न दें. पुराने वीडियो को शेयर न करें. उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत करते हुए ताजा अपटेड दिया. उन्होंने कहा कि ग्लेशियर फटने के बाद पानी की डैमेजिंग कैपिसिटी कंट्रोल में है. रेणी पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है. वहां जो लोग काम कर रहे थे उनके बचने की संभावना कम है. दूसरा पावर प्रोजेक्ट तपोवन को भी नुकसान हुआ है. वहां भी राहत और बचाव कार्य जारी है. घटना के बाद हमने निचले इलाकों में अलर्ट कर दिया था.


इस तबाही से जुड़ी अब तक की 10 बड़ी बातें


जोशीमठ से 25 किलोमीटर दूर ग्लेशियर फटा
अब तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि, शव निकाल गए
पैंग गांव के ऊपर के इलाके में ग्लेशियर फटने की घटना
ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट को बड़ा नुकसान
तपोवन जल विद्दुत प्रोजेक्ट पूरी तरह बह गया
सैलाब में 150 लोगों के गायब होने की आशंका
हरिद्वार और यूपी के बिजनौर तक प्रशासन अलर्ट
NDRF की तीन टीमों को उत्तराखंड भेजा गया
पानी रुद्रप्रयाग पहुंचा, पानी के बहाव में कमी आई
पीएम मोदी और अमित शाह ने सीएम से बात की


In Pics: ग्लेशियर टूटने से तबाह हुआ ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट, 150 लोगों के लापता होने की आशंका