(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kedarnath News: केदारनाथ, हेमकुंड साहिब और चंडी देवी जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी, रोपवे बनाने को मिली हरी झंडी
Uttarakhand News: केदारनाथ के लिए सोनप्रयाग से रोप वे प्रस्तावित है. इस रोपवे में गौरीकुंड, चीड़बासा, लिंचौली तीन स्टेशन भी पड़ेंगे. इसमें केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग की 26.43 हेक्टेयर जमीन आ रही है.
Kedarnath Ropeway Project: अब हेमकुंड साहिब, चंडी देवी और केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को दर्शन करने में आसानी होगी, यहां रोपवे शुरू करने के लिए मंजूरी मिल गई है. दरअसल उत्तराखंड राज्य वन्यजीव बोर्ड ने केदारनाथ, हेमकुंड साहिब और चंडी देवी रोपवे को हरी झंडी दे दी है. मंजूरी मिलने के बाद अब यह प्रस्ताव नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड को भेजा जाएगा. इनके बनने की पहले सबसे बड़ी बाधा दूर हो गई है. इनके बनने से श्रद्धालुओं को काफी राहत मिलने वाली है. मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई वन्यजीव बोर्ड बैठक में इसके सहित कई प्रस्तावों को मंजूरी दी गई.
पीएम मोदी ने किया था ऐलान
बता दें कि केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में रोपवे बनाने के लिए पूर्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया था. केदारनाथ के लिए सोनप्रयाग से रोप वे प्रस्तावित है. इस रोपवे में गौरीकुंड, चीड़बासा, लिंचौली तीन स्टेशन भी पड़ेंगे. इसकी जद में केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग की लगभग 26.43 हेक्टेयर जमीन आ रही है.
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जमीन हस्तांतरित करने की मंजूरी
इसके साथ ही हेमकुंड रोपवे में फूलों की घाटी की लगभग 27.4 हेक्टेयर जमीन आ रही है. बोर्ड ने रोपवे के लिए ये वन की जमीन हस्तांतरित करने की मंजूरी दे दी है. इसके साथ ही चंडीदेवी मंदिर के लिए प्रस्तावित रोप वे निर्माण में राजाजी पार्क की लगभग 29 हेक्टयर जमीन आ रही है. यह रोपवे दीनदयाल उपाध्याय पार्क (हरकी पैड़ी के पास) से बनना है. इनके बनने से खासकर केदारनाथ और हेमकुंड जाने वाले श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी, वहीं यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी इजाफा होगा.
रामबाड़ा से खच्चर रूट अलग बनेगा
केदारनाथ धाम पैदल जाने वाले श्रद्धालुओं को भविष्य में राहत मिलेगी. बोर्ड ने रामबाड़ा से गरुड़चट्टी तक खच्चरों के लिए रूट बनाने की भी मंजूरी दी है. लगभग छह किलोमीटर के पैदल रास्ता केदारनाथ सेंचुरी के अंतर्गत आता है. इसमें लगभग .983 हेक्टेयर जमीन सेंचुरी की आ रही है. जिसे हस्तांतरित करने पर भी सहमति दे दी गई है. इससे पैदल यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को खच्चरों से दुर्घटनाओं की संभावनाएं कम हो जाएंगी.
महत्तवपूर्ण जानकारी
- 12.5 किलोमीटर का होगा हेमकुंड साहिब रोपवे
- 13 किलोमीटर का होगा केदारनाथ रोपवे
- 2.13 किलोमीटर का प्रस्तावित है चंडीदेवी रोपवे