देहरादून: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने स्वास्थ्य सेवाओं में तमाम सुधार की गुंजाइश की तरफ इशारा किया. देश में शायद ही कोई राज्य ऐसा हो जो इस महामारी से अछूता रहा. उत्तराखंड में कोरोना ने जमकर तबाही मचाई. हालात यहां तक पहुंचे गये कि अस्पताल मरीजों से भरे रहे. राज्य के स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर अमित नेगी ने गुरुवार को जानकारी देते हुये कहा कि,  उत्तराखंड में कोरोना के कुल मामलों में 64.6 फीसदी लोग 20 से 49 आयु वर्ग के हैं. यहां स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.


संविदा के आधार पर होंगी भर्तियां


इसके अलावा उन्होंने कहा कि, स्वास्थ्य सेवाओं में जहां भी रिक्तियां हैं, वहां संविदा के आधार पर भर्तियां हो रही हैं. स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि, वर्तमान में हमारी कोरोना टेस्टिंग दर राष्ट्रीय औसत से दोगुनी है. 18 मई को 35,000 से अधिक सैंपल लिए गए थे. 


संक्रमण की दर घटी


बता दें कि, उत्तराखंड सरकार ने बुधवार को कहा कि, राज्य में कोविड-19 की संक्रमण दर 23 प्रतिशत से घटकर 18 प्रतिशत हो गई है और वर्तमान में जांच दर राष्ट्रीय औसत से दोगुनी है. स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने पुलिस और एसडीआरएफ के अधिकारियों के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि पिछले 24 घंटे में सात हजार से अधिक लोग संक्रमण से उबरे हैं और 4800 नए मामलों की पुष्टि हुई है.


ये भी पढ़ें.


प्रियंका गांधी ने सीएम योगी को दिए ये 5 सुझाव, बोलीं- 'मध्य वर्ग को राहत दे सरकार'