देहरादून, एजेंसी। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बड़ा कदम उठाया है. शुक्रवार को सीएम रावत ने कोरोना की जांच में तेजी लाने के मकसद से तीन हाईटेक मशीनें खरीदने के लिए 11.25 करोड़ रुपये स्वीकृत किए है. प्रदेश में 25 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि होने से प्रदेश में महामारी से पीड़ितों की संख्या 2127 हो गई है.
उत्तराखंड राज्य आपदा मोचन निधि से स्वीकृत इस धनराशि से दून, हल्द्वानी व श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के लिए तीन हाईटेक टेस्टिंग मशीन खरीदी जाएंगी. एक हाईटेक मशीन की क्षमता 800 टेस्ट प्रतिदिन है और तीन मशीनें आने से 2400 नमूनों की जांच प्रतिदिन हो सकेगी. अभी तक इन मेडिकल कालेजों में स्थापित मशीनों की टेस्टिंग क्षमता कम थी.
जानकारी के अनुसार उत्तराखंड से 50 से 100 नमूने जांच के लिए चण्डीगढ़ की इम्पेक्ट लैब में भेजे जा रहे हैं जबकि नई दिल्ली स्थित एनसीडीसी लैब में हरिद्वार से 300, उधमसिंह नगर से 300 और नैनीताल से 100 नमूने जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. इसके अलावा लगभग 50 नमूनों की जांच यहां आईआईपी की प्रयोगशाला में भी हो रही है. जिला स्तर पर भी जांच की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सात स्थानों पर ट्रू नाट मशीन स्थापित की गई है जिनमें से चार ने कार्य शुरू कर दिया है जबकि 11 और ऐसी मशीनों की व्यवस्था की जा रही है.
सचिव स्वास्थ्य, अमित नेगी ने बताया कि रामनगर स्थित राजकीय संयुक्त चिकित्सालय और अल्मोड़ा के भिकियासैंण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का कार्य पीपीपी मोड पर संचालित होने से इन चिकित्सालयों में कार्यरत 17 चिकित्सक राज्य को मिल गए हैं, जिनमें सात विशेषज्ञ चिकित्सक भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि इन चिकित्सकों की तैनाती उन अस्पतालों में की जाएगी जहां डॉक्टरों की कमी है. ये दोनों अस्पताल विश्व बैंक परियोजना के तहत पीपीपी मोड पर संचालित हो रहे हैं.
उधर, प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक राज्य में सामने आए 25 ताजा मामलों में से सर्वाधिक 11 अल्मोड़ा जिले से, सात हरिद्वार से, चार देहरादून और तीन टिहरी जिले से हैं. प्रदेश भर में 1423 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं जबकि, अब तक प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से 26 लोगों की मौत हुई है.
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