(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
उत्तराखंड: पौड़ी में गुलदार की दहशत, शाम होने से पहले ही घरों में दुबक जाते हैं लोग
पौड़ी में गुलदार अब तक दो लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर चुका है. चंदोला राई, मल्ली राई, कोलाकंडी, गोदी, बयाल गांव, रावत गांव, उनियाल गांव, ढांढरी समेत दर्जनों गांवों के लिए जंगली जानवर बड़ा खतरा बना हुआ है.
देहरादून: पौड़ी में बीते दो महीनों से गुलदार की दहशत के साए में हर रोज दो दर्जन से अधिक गांवों के लोग जी रहे हैं. लोगों को हमलावर गुलदार की दहशत से निजात नहीं मिल पाई है. गुलदार अब तक दो लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर चुका है. चंदोला राई, मल्ली राई, कोलाकंडी, गोदी, बयाल गांव, रावत गांव, उनियाल गांव, ढांढरी समेत दर्जनों गांवों के लिए जंगली जानवर बड़ा खतरा बना हुआ है.
खौफ में हैं लोग इस पूरे क्षेत्र में आलम ये है कि शाम होने से पहले ही ग्रामीण घरों में दुबक जाते हैं. ग्रामीणों की पूरी रात भी गुलदार की दहशत में गुजर रही है. स्कूल जाने वाले छात्रों के साथ ही घास लेने जंगल जाने वाली महिलाओं के लिए भी लगातार गुलदार खौफ का दूसरा नाम बना हुआ है.
पकड़ा नहीं गया गुलदार हालांकि, वन विभाग ने दो हमले होने पर अब गुलदार को पकड़ने के क्षेत्र में पिंजरा लगाया है. लेकिन, शातिर गुलदार अब भी वन विभाग के शिकंजे से बाहर है. ग्रामीणों की मानें तो गुलदार के लगातार हमलों को लेकर वो परेशान हैं और शाम के समय उनका घरों से बाहर निकलना दूभर हो गया है.
लगातार क्षेत्र में सक्रिय है गुलदार ग्रामीणों ने बताया कि जिस क्षेत्र में दो घटनाएं हुई हैं उसके आसपास करीब 500 परिवार रहते हैं. ये परिवार गुलदार की दहशत से परेशान हैं. ग्रामीणों का कहना है कि गुलदार के पकड़े जाने के बाद ही वो चैन से रह सकेंगे. वन विभाग गुलदार को पकड़ने के प्रयास में जुटा हुआ है. वहीं, गढवाल वन प्रभाग के डीएफओ ने बताया कि गुलदार की सक्रियता क्षेत्र में लगातार बनी हुई है, उम्मीद है कि जल्द ही गुलदार को पकड़ लिया जाएगा.
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