देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की जुबानी जंग में अब कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने सीएम का बचाव किया है. हरक सिंह रावत ने कहा कि, तीरथ सिंह को सीएम बने हुए 3 महीने हुए हैं और अभी उनके कार्यकाल में ऐसा कोई कार्य नहीं हुआ है जिसमें फर्जीवाड़ा हो सके.


हरक सिंह रावत ने मामले में बात करते हुए कहा कि, अगर त्रिवेंद्र राज में यह बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है तो इस मामले में जांच चल रही है और जल्द ही जांच में साबित हो जाएगा कि कौन दोषी है. साथ ही हरक सिंह रावत ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को बेचारा और साधारण सा विधायक बोलकर चुटकी ली है.


त्रिवेंद्र रावत अब केवल साधारण से और बेचारे विधायक हैं- हरक सिंह रावत


हरक सिंह ने कहा, त्रिवेंद्र रावत अब केवल साधारण से और बेचारे विधायक हैं तो ऐसे में उन पर क्या टिप्पणी की जाए. बता दें, हरिद्वार में कुंभ के दौरान हुए आरटी-पीसीआर रिपोर्ट में फर्जीवाड़े पर मुख्यमंत्री तीरथ और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की जंग जारी है. वहीं अब इस जुबानी जंग में हरक सिंह रावत ने तीरथ सिंह रावत का साथ दिया.


क्या है मामला?


दरअसल, हरिद्वार में कुंभ मेले के दौरान निजी लैब द्वारा फर्जी कोविड टेस्ट की रिपोर्ट बनाने का मामला सामने आया है. स्वास्थ्य विभाग की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि एक निजी लैब ने टेस्ट की संख्या ज्यादा दिखाने के लिए फर्जी आधार कार्ड जमा कर टेस्ट किए. इस प्राइवेट लैब द्वारा एक ही फोन नंबर को कई श्रद्धालुओं की जांच रिपोर्ट में डाला गया है. कई जांच रिपोर्ट में एक ही आधार कार्ड का इस्तेमाल किया गया है. वहीं एक ही घर से सैकड़ों लोगों की जांच का मामला सामने आया है.


त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की फर्जीवाड़े की न्यायिक जांच की मांग


आपको बता दें, इस पूरे मामले पर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कुंभ मेले में कोरोना जांच में हुए फर्जीवाड़े की न्यायिक जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि सरकार ने तत्काल जांच का आदेश देकर अच्छा कार्य किया है. लेकिन जांच पारदर्शी हो उसके लिए न्यायिक जांच होनी बहुत जरूरी है.


त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि करोना जांच का मामला बड़ा मामला है और यह सीधे-सीधे लोगों के जीवन से खिलवाड़ है. देखा जाना चाहिए इसमें चाहे कोई छोटा हो या बड़ा अधिकारी हो दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए.


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