Uttarakhand News: उत्तराखंड के हरिद्वार (Haridwar) स्थित पतंजलि (Patanjali) परिसर में आजादी के अमृत महोत्सव‌ पर एक खास कार्यक्रम सोमवार को शुरू हुआ है. चार दिनों तक होने वाला ये कार्यक्रम चार अगस्त तक चलेगा. इस सम्मेलन में प्राचीन भारतीय औषधियों का आधुनिकीकरण के साथ औद्योगिक दृष्टिकोण केंद्रीत होगा. इस सम्मेलन के दौरान चार दिनों में कुल 17 सत्र होंगे, इसमें 14 ऑफलाइन और तीन वर्चुअल फॉर्मेट के हाइब्रिड मॉडल पर होगा.


हरिद्वार में होने वाला ये सम्मेलन देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में हो रहा है. सम्मेलन में  हर्बल मेडिसिन, रिसर्च और वैदिक ज्ञान पर 75 प्रकाशनों का रिकॉर्ड जारी किया जाएगा. कार्यक्रम का समापन चार अगस्त को आचार्य बालकृष्ण महाराज के 51वें जन्मदिन पर होगा. इस अवसर पर "वर्ल्ड हर्बल इनसाइक्लोपीडिया" के 51 खंड जारी किए जाएंगे. 


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इन विषयों पर हो रही चर्चा
चार दिनों तक हरिद्वार में होने वाले कार्यक्रम का आयोजन पतंजलि अनुसंधान संस्थान के ओर से हो रहा है. इस सम्मेलन में इच्छुक ऑनलाइन मोड़ में भी जुड़ सकते हैं. इसके अलावा ऑफलाइन में भी शामिल हुआ जा सकता है. इस कार्यक्रम में पहले दिन कृषि क्रांति और ई-आत्मनिर्भर भारत को थीम रखा गया था. इस दौरान डीजिटल कृषि, ग्रामीण सशक्तिकरण, किसानों की आय दोगुनी करना, जैविक खेती और कौशल विकास पर चर्चा हुई. 


वहीं सम्मेलन के दूसरे दिन आयुर्वेद विज्ञान से उपचार के थीम पर चर्चा होगी. इस दौरान पूरक और वैकल्पिक दवाई, औषधीय पौधों की खेती और बाजार से जुड़ाव के अलावा हाल के बाजार के रुझान में हर्बल मेडिसिन सेक्टर की भूमिका पर चर्चा होगी. 


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