Uttarakhand News: यूक्रेन (Ukraine) मामले में उत्तराखंड (Uttarakhand) के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Former Chief Minister Harish Rawat) ने गहरी चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि, इस मामले में केंद्र सरकार (Central Government) निश्चित तौर पर बातचीत कर रही होगी." पूर्व मुख्यमंत्री ने इस मामले में आगे कहा, प्रधानमंत्री (Prime Minister) को देशवासियों को आश्वस्त करना चाहिए कि वहां फंसे नागरिकों को निकालने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं."


तीसरे विश्व युद्ध की बन रही है भूमिका
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा, "यूरोपीय देश की धरती से तीसरे विश्व युद्ध की भूमिका बन रही है. यह अचानक नहीं हुआ है, लंबे समय से ऐसी स्थितियां बन रही थीं. पिछले कुछ हफ्तों से तो स्पष्ट लग रहा था कि, युद्ध होगा. ऐसी स्थिति में भारतीय नागरिकों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर ले जाना, केंद्र सरकार का पहला दायित्व था. उत्तराखंड के भी तमाम छात्र वहां अध्ययन करने गए हैं, वह भी फंसे हैं.


Ukraine-Russia Crisis: यूक्रेन में फंसे Uttarakhand के 188 छात्र, जानिए उनकी सुरक्षा पर क्या बोले सीएम धामी


पूर्व मुख्यमंत्री ने छात्रों की समस्या पर जताई चिंता
वहां फंसे छात्रों के बारे ने बात करते हुए, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि, "वहां फंसे छात्रों के माता-पिता और प्रत्येक देशवासी बहुत चिंतित है. फंसे हुए छात्र बहुत दिक्कत में हैं. केंद्र सरकार ही बातचीत कर वहां फंसे छात्रों को निकाल सकती है. इस दौरान उन्हों ने कहा कि, हमें अपनी अर्थव्यवस्था की भी चिंता करनी चाहिए।. यूक्रेन के साथ हमारे आर्थिक स्वार्थ बहुत गहराई से जुड़े हैं.


युद्ध से देश पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर हरीश रावत ने कहा, "भारत की अर्थव्यवस्था पर निश्चित तौर पर इस युद्ध का दुष्प्रभाव पड़ने जा रहा है. प्रधानमंत्री को देश को आश्वस्त करना चाहिए कि, किस प्रकार से सरकार इस दुष्प्रभाव को रोकने के लिए कदम उठाने जा रही है."


यह भी पढ़ें:


Mussoorie Crime News: जंगल में 32 साल के युवक का शव मिलने से हड़कंप, घरवालों को हत्या का शक