Uttarakhand Rain Update: उत्तराखंड में विभिन्न स्थानों पर मंगलवार को भी बारिश जारी रही जबकि पिछले 24 घंटों में पहाड़ों से भूस्खलन होने और बोल्डर गिरने से पांच श्रद्धालुओं की मौत हो गयी और आठ अन्य घायल हो गए. राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कई मार्गों के बार-बार भूस्खलन के कारण बंद रहने से सामान्य जनजीवन के साथ ही चारधाम यात्रा भी प्रभावित हो रही है जबकि मौसम विभाग ने मंगलवार और बुधवार को भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त करते हुए पर्याप्त सावधानी बरतने को कहा है.


लगातार बारिश से गंगा, यमुना तथा अन्य सभी नदियां उफान पर हैं जिससे कुछ स्थानों पर उनमें पुल भी बह गए हैं. जोशीमठ के पास सीमावर्ती इलाके में जुम्मागाड़ बरसाती नदी में बाढ़ आने से नीति घाटी को जोड़ने वाली जोशीमठ-मलारी सड़क पर बना पुल बह गया जिससे करीब एक दर्जन गांवों का संपर्क टूट गया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारी बारिश के दौरान श्रद्धालुओं और पर्यटकों से अनावश्यक यात्रा करने से बचने का अनुरोध किया है.


गंगोत्री राजमार्ग के बाधित होने से गंगोत्री और गंगनानी के बीच तीन-चार हजार यात्री फंस गए हैं जिन्हें उत्तरकाशी जिला प्रशासन द्वारा वापस लाने की व्यवस्था की जा रही है. उत्तरकाशी जिले में भटवाड़ी क्षेत्र के गंगनानी में सोमवार देर शाम भारी बारिश के दौरान हुए भूस्खलन के मलबे में तीन यात्री वाहन दब गए जिससे उनमें सवार मध्य प्रदेश के तीन श्रद्धालुओं समेत चार की मृत्यु हो गयी और सात अन्य श्रद्धालु घायल हो गए. भटवाड़ी के उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान ने बताया कि सोमवार रात गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगनानी पुल के पास हुई घटना की सूचना मिलने पर पुलिस, राज्य आपदा मोचन बल की टी मौके पर पहुंचीं और उन्होंने राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया.


चौहान ने बताया कि मौके पर चार व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी जिनकी पहचान मध्य प्रदेश की भोपाल की रहने वाली पुष्पा चौहान (65) तथा देवास के रहने वाले अंशुल मंडलोई और योगेंद्र सोलंकी (दोनों 23) के रूप में हुई है. मरने वालों में हरियाणा का रहने वाला वाहन चालक रवि बघेल (50) भी शामिल है. चौहान के अनुसार इस घटना में सात अन्य लोग घायल हुए हैं जिनमें से दो की स्थिति गंभीर है. उनमें से इंदौर की रहने वाली शोभा (76) को बेहतर इलाज के लिए हैलीकॉप्टर के माध्यम से ऋषिकेश एम्स भेजा गया है. उपजिलाधिकारी ने बताया कि लगातार बारिश एवं पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरने के कारण बचाव कार्य में दिक्कतें आईं.


जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि मलबे की जद में आये तीन वाहनों में मध्य प्रदेश के 31 तीर्थयात्री सवार थे जो गंगोत्री धाम के दर्शन कर लौट रहे थे. एक अन्य घटना में रूद्रप्रयाग जिले में सोमवार रात रूद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर ब्यूंगाड़ में पहाड़ से गिरे बोल्डर की चपेट में आकर एक मोटरसाइकिल दुर्घटनाग्रस्त हो गयी जिससे उस पर सवार उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर के रहने वाले श्रद्धालु 34 वर्षीय बलबीर शर्मा की मृत्यु हो गयी. घटना में उनका जुड़वां भाई महावीर शर्मा घायल हो गया.


तीन-चार हजार यात्री फिलहाल हैं फंसे 


उधर, गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग तथा यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भूस्खलन के कारण करीबी आधा दर्जन स्थानों पर बाधित हैं जहां तीन-चार हजार यात्री फिलहाल फंसे हुए हैं. उत्तरकाशी के जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने बताया कि गंगोत्री और गंगनानी के बीच कांवड़ियों समेत करीब तीन से चार हजार यात्री फंसे हुए हैं जिन्हें वापस लाने की व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने बताया कि मार्ग अवरूद्ध होने के कारण फिलहाल गंगोत्री की ओर जा रहे यात्रियों को रोका गया है.


 बारिश के कारण पहाड़ों से हो रहा भूस्खल


उधर, रूद्रप्रयाग की पुलिस अधीक्षक डा विशाखा अशोक भदाणे ने जिले में हो रही बारिश के कारण पहाड़ों से भूस्खलन और बोल्डर गिरने के मददेनजर केदारनाथ आ रहे श्रद्धालुओं से अनावश्यक आवागमन न करने की अपील की है. भदाणे ने कहा कि केदारनाथ धाम आ रहे श्रद्धालुओं और कांवड़ियों से अनुरोध है कि लगातार बारिश को देखते हुए अपनी यात्रा करें और अपने को सुरक्षित रखें. उन्होंने लोगों से रूद्रप्रयाग संगम में बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए उससे दूरी बनाए रखने को भी कहा है.


सीएम धामी ने जलभराव की समस्या का समाधान करने का दिया निर्देश


मुख्यमंत्री ने मंगलवार को बारिश के बीच देहरादून में वर्षा-प्रभावित क्षेत्रों का औचक निरीक्षण किया तथा आईएसबीटी में सड़क पर जलभराव को देखते हुए देहरादून की जिलाधिकारी को उसके कारणों की जाँच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए. धामी ने अन्य स्थानों पर भी आ रही जलभराव की समस्या का शीघ्र समाधान करने के भी जिलाधिकारी को निर्देश दिए. इससे पहले, मुख्यमंत्री ने लोगों से खराब मौसम में अनावश्यक यात्रा न करने का भी अनुरोध किया. उन्होंने कहा, ‘‘समस्त देवतुल्य जनता से मेरा अनुरोध है कि भारी बारिश के दौरान अनावश्यक यात्रा करने से बचें.’’


11 और 12 जुलाई को बारिश का रेड अलर्ट


मौसम विभाग ने अपने ताजा पूर्वानुमान में प्रदेश भर के लिए 11 और 12 जुलाई को बारिश का ‘रेड अलर्ट’ जबकि 13 से 15 जुलाई के लिए ‘आरेंज अलर्ट’ जारी किया है जिसके मददेनजर प्रशासन को चौकस रहने तथा पर्याप्त सावधानी बरतने को कहा गया है.


Kedarnath Yatra 2023: लगातार बारिश के बाद रोकी गई केदारनाथ यात्रा, बोल्डरों की चपेट में आए कांवड़ यात्री की मौत