Uttarakhand Weather Update: उत्तराखंड के 9 जिलों में भारी बारिश के रेड अलर्ट को देखते हुए सीएम धामी (CM Dhami) भी एक्शन मोड में आ गए हैं. पहाड़ों से मैदान तक आफत की बारिश बरस रही है ऐसे में हालात का जायजा लेने के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी आज खुद सचिवालय में स्थित, आपदा कंट्रोल रूम का औचक निरीक्षण करने पहुंच गए. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से प्रदेश में मौसम की जानकारी ली और कहा कि किसी भी परिस्थिति में अफसरों का फोन स्विच ऑफ न रहे और न ही किसी को दीर्घकालिक छुट्टियां दी जाएं. 


अचानक कंट्रोल रूम पहुंचे सीएम धामी


सीएम धामी जब आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे, तो उनके साथ मुख्य सचिव एसएस संधू भी मौजूद रहे. इस मौके पर सीएम ने पूरे प्रदेश में हो रही भारी बारिश के बाद हुए नुकसान का जायजा भी लिया और सभी विभागों को अलर्ट पर रहने के लिए कहा. सीएम ने कहा कि प्रदेश में बारिश के अलर्ट को देखते हुए सभी विभागों को अलर्ट मोड पर रखा गया है. वहीं जिलाधिकारियों से कहा गया है कि वो आपदा से निपटने के लिए हर संभव तैयारी रखे और तैयार रहें.


स्कूलों की छुट्टियों पर डीएम करें फैसला

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी बारिश की संभावना को देखते हुए लगातार अलर्ट रहने की जरूरत है. आपदा को लेकर की गयी तैयारियों का नियमित रूप से परीक्षण किया जाए. कोई भी कमी पाए जाने पर तुरंत सुधार किया जाए. किसी भी अधिकारी का मोबाइल स्विच ऑफ न हो. इसमें कोई बहाना नहीं चलेगा. अपनी ड्यूटी में लापरवाही करने पर संबंधित के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए. सीएम धामी ने ये भी कहा कि जिलाधिकारी अपने जिलों की स्थिति के अनुसार स्कूलों में छुट्टी के संबंध में निर्णय लें. किसी तरह की असावधानी न बरती जाए. 

 

अंतिम छोर तक पहुंच जाए मौसम की जानकारी

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि खाद्यान्न, दवाइयां, ईंधन आदि आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई को एक बार फिर से चेक कर लिया जाए. संचार नेटवर्क में कोई समस्या न आए. इसके लिये मोबाईल ऑपरेटर कंपनियों से लगातार समन्वय रखा जाए. सीएम ने ऐसा सिस्टम बनाने को कहा कि राज्य मुख्यालय से प्रसारित सूचना गांव गांव तक अविलंब पहुंच जाए. सभी विभागीय सचिव और विभागाध्यक्ष आपदा की दृष्टि से अपने-अपने विभागों की नियमित रूप से माॅनिटरिंग करे. आपदा की स्थिति में प्रभावितों के रहने के लिये चिन्हित भवनों और स्थानों का फिर से सुरक्षा की दृष्टि से परीक्षण  किया जाए. नये व युवा अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाए. 


 

दीर्घकालिक अवकाश पर रोक

अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि पर्याप्त संख्या में एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं. रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा रही हैं. भूस्खलन से रास्ते बंद होने पर तुरंत खोलने के लिए विभिन्न स्थानों पर जेसीबी आदि लगाई गई हैं. अधिकारियों व कर्मचारियों की दीर्घकालिक अवकाश पर रोक है.आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव रंजीत सिन्हा ने भी बताया कि प्रदेश में भारी बारिश जारी है, लेकिन स्थिति कंट्रोल में है. पूरे प्रदेश में भारी बारिश को देखते हुए कंट्रोल रूम से नजर रखी जा रही है. 

 

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