Uttarakhand Helicopter Crash: उत्तराखंड में केदारनाथ धाम के पास मंगलवार को एक हेलीकॉप्टर विजिबिलिटी कम होने की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हो गया. मंगलवार सुबह 11.45 बजे के करीब हुआ हादसा इतना भीषण था कि चॉपर में सवार सभी सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, खबर आई है कि क्रैश के एक दिन पहले पायलट अनिल सिंह ने अपनी पत्नी को फोन किया था और कहा था कि बेटी का ख्याल रखना, वह बीमार है. 


मृतक 57 वर्षीय अनिल सिंह मुंबई के अंधेरी इलाके में एक पॉश हाउसिंग सोसाइटी में रहते थे. पायलट अनिल सिंह अपने पीछे पत्नी शिरीन आनंदिता और बेटी फिरोजा सिंह को छोड़ गए हैं.


धुंध की वजह से पायलट को नहीं दिखी पहाड़ी
जानकारी के लिए बता दें, जो हेलीकॉप्टर केदारनाथ धाम के पास क्रैश हुआ वह आर्यन एविएशन कंपनी का Bell 407 (VT-RPN) मॉडल था. यह चॉपर केदारनाथ से श्रद्धालुओं को लेकर गुप्तकाशी जा रहा था, जब यह हादसा हुआ. रुद्रप्रयाग जिले के आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह ने जानकारी दी कि केदारनाथ जाने के पुराने रास्ते पर, गरुड़ चट्टी में एक पहाड़ी से यह हेलीकॉप्टर टकरा गया था, जिसके बाद धू-धूकर जलने लगा. धुंध की वजह से विजिबिलिटी काफी कम थी, इसलिए हो सकता है कि पायलट को वह पहाड़ी न दिखी हो.


वहीं, मृतक पायलट की पत्नी आनंदिता (जो कि पेशे से फिल्म राइटर हैं) ने बताया कि वह और उनकी बेटी अनिल सिंह के अंतिम संस्कार के लिए नई दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं. अनिल आखिरी बार क्रैश से एक दिन पहले अपनी पत्नी को फोन किया था और कहा था कि बेटी फिरोजा की तबीयत ठीक नहीं है इसलिए उसका ध्यान रखना. 


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किसी से कोई शिकायत नहीं: मृतक अनिल सिंह की पत्नी
पति की मौत के पर आनंदिता ने कहा कि उन्हें किसी से कोई शिकायत नहीं है, क्योंकि यह एक हादसा था न कि किसी की लापरवाही का नतीजा. वहीं, पहाड़ी इलाकों में मौसम बदलता रहता है, इसका अंदाजा पहले से नहीं लगाया जा सकता था. 


अनिल सिंह मूल रूप से ईस्ट दिल्ली के शहादरा निवासी थे और बीते 15 साल से परिवार के साथ मुंबई में रह रहे थे. मंगलवार की दोपहर में ही उत्तराखंड पुलिस ने यह कंफर्म किया था कि हादसे में जिस पायलट की जान गई वह मुंबई के रहने वाले अनिल सिंह हैं.


आर्यन एविएशन पर लगा 5 लाख का जुर्माना
जानकारी के मुताबिक, विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की टीम और DGCA के एविएशन रेगुलेटर ने इस चॉपर क्रैश मामले की जांच कर रहे हैं. अब चॉपर ऑपरेट करने वाली कंपनी आर्यन एविएशन जांच कमेटी की रडार पर है. वहीं, कंपनी कुछ नियमों का उल्लंघन करते हुए पाई गई है, जिसके बाद DGCA ने कंपनी पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. डीजीसीए की वेबसाइट के मुताबिक, कंपनी के पांच हेलिकॉप्टरों के ग्रुप में यह इकलौता 6-सीटर हेलीकॉप्टर था.