Uttarakhand: सीसीटीवी कैमरों की नजर में रहेंगे उत्तराखंड के बुजुर्गों के घर, पुलिस ने तैयार किया खास प्लान
Uttarakhand News: बीते कुछ महीनों में ऐसी कई घटनाएं पुलिस के सामने आ चुकी हैं जहां अपराधी अकेले रह रहे बुजुर्गों का फायदा उठाकर कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं.
Dehradun News: उत्तराखंड में अकेले रहने वाले बुजुर्गों के घरों और उनके आसपास पुलिस सीसीटीवी लगाएगी. इसके लिए डीजीपी उत्तराखंड अशोक कुमार ने विभिन्न फंड का सहारा लेकर कैमरे लगवाने के निर्देश दिये हैं. ऐसा बुजुर्ग लोगों की सुरक्षा के लिए किया जा रहा है.
उत्तराखंड में एकाकी रहने वाले बुजुर्गों के साथ हुई कई घटनाओं को देखते हुए पुलिस ने ये प्लान तैयार किया है. प्रदेश में ऐसे बुजुर्ग जो अकेले रह रहे हैं उनके घरों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ ही उन्हें पुलिस एप की भी जानकारी दी जाएगी ताकि किसी भी घटना पर पुलिस से सहायता ली जा सके. इतना ही नहीं संबंधित थाने से पुलिस महीने में दो बार ऐसे बुजुर्गों का हाल भी जानने के लिए उनके घर पर जाएगी. बुजुर्गों के साथ हो रहे अपराधों को रोकने के लिए उत्तराखंड पुलिस द्वारा ये कदम उठाया गया है.
बीते कुछ महीनों में बुजुर्गों के साथ हुई घटनाओं से सबक
बीते कुछ महीनों में ऐसी कई घटनाएं पुलिस के सामने आ चुकी हैं जहां अपराधी अकेले रह रहे बुजुर्गों का फायदा उठाकर कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. बीते दो माह में अकेले रहने वाले दो बुजुर्गों की हत्या भी हुई है. बुजुर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का ये प्लान पुलिस मुख्यालय की ओर से बनाया गया है. इसके लिए डीजीपी अशोक कुमार ने बैठक कर दिशा निर्देश जारी किये हैं.
अकेले रह रहे बुजुर्गों की सूची अपडेट करेगी पुलिस
अकेले रह रहे बुजुर्गों की सूची को पुलिस अपडेट करेगी. अभी तक प्रदेश में 1067 ऐसे बुजुर्ग चिन्हित किये जा चुके हैं जो अकेले रहते हैं. इसके अलावा 2396 बुजुर्गों ने खुद पुलिस एप पर अपना रजिस्ट्रेशन भी कराया है. सभी जिलों में ऐसे एकाकी रहने वालों की सूची अपडेट करने के निर्देश जारी किये गये हैं साथ ही ऐसे लोगों को पुलिस महीने में दो बार जाकर उनका हालचाल भी पूछेगी.
बुजुर्गों के घरों के आसपास रहेगा सीसीटीवी का जाल
एकाकी रहने वाले बुजुर्गों के घरों के आसपास भी सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने हैं. जिससे संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा सके, इतना ही नहीं उनके घरों के बाहर संदिग्ध गतिविधियों पर तत्काल कार्रवाई करने के लिए भी कहा गया है. पुलिस मुख्यालय स्तर पर हर महीने इसको लेकर समीक्षा भी की जाएगी.