Char Dham Yatra 2022: 3 मई से शुरू हो रही चार धाम यात्रा, किस दिन खुलेंगे किस धाम के कपाट, क्या है QR कोड, जानें सबकुछ
चार धाम यात्रा शुरू होने अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं. वहीं शासन-प्रशासन द्वारा इस बार श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में आने की संभावना को देखते हुए पर्याप्त बंदोबस्त किए जा रहे हैं.
Char Dham Yatra 2022: कोरोना की वजह से पिछले दो सालों से चार धाम की यात्रा का संचालन नहीं हो पा रहा था लेकिन इस बार पूरे जोरो-शोरों के साथ चार धाम यात्री की तैयारी की जा रही है. 3 मई को अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ यात्रा आरंभ हो जाएगी. गौरतलब है कि इस साल चार धाम यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है. बता दें कि कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए चारधाम यात्रा के लिए आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य कर दिया गया है.
ऐसे में सरकार और प्रशासन द्वारा पुख्ता बंदोबस्त भी किए गए हैं. श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो इसके लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं की जा रही हैं. चलिए यहां जानते हैं यात्रा के लिए क्या-क्या तैयारी की जा रही हैं और किस दिन कहां के कपाट खोले जाएंगे.
चार धाम यात्रा के लिए किस दिन कहां के कपाट खुलेंगे
- 3 मई - गंगोत्री धाम
- 3 मई - यमुनोत्री धाम
- 6 मई – केदारनाथ धाम
- 8 मई - बदरीनाथ धाम
चार धाम यात्रा के लिए जारी किया गया है QR कोड
- इस बार चारधाम पर आने वाले यात्रियों को क्यूआर कोड जारी किया जा रहा है
- क्यूआर कोड यात्रियों को दिए जाने वाले रिस्ट बैंड में रहे
- जिसे प्रत्येक धाम में स्कैन किया जाएगा
- इससे पर्यटन विभाग को यह पता रहेगा कि कौन सा यात्री कहां पर है
- इससे यह पता लग सकेगा कि पंजीकरण करने वाले यात्री ने दर्शन किए हैं या नहीं
- तीर्थयात्रियों और उनके वाहनों को आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा
चार धाम यात्रा के लिए कैसे करें पंजीकरण
- कोरोना की वजह से पिछले 2 साल से यात्रा का सफल संचालन नहीं हो पा रहा था लेकिन इस बार यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है.
- उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से श्रद्धालुओं के आनलाइन पंजीकरण के लिए https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ वेबसाइट जारी की गई है.
- एक मार्च से 25 अप्रैल तक 1,66,314 श्रद्धालु अपना पंजीकरण करवा चुके हैं.
- यात्रा में आने वाले यात्रियों के लिए ऑफलाइन पंजीकरण की भी व्यवस्था की गई है.
- पंजीकरण करने वाले तीर्थयात्रियों का डाटा संबंधित जिलों के डीएम व एसएसपी के साथ साझा किया जा रहा है.
- इससे स्थानीय प्रशासन को इस बात की जानकारी रहेगी कि किस दिन कितने तीर्थयात्री वहां पहुंच रहे हैं.
- इससे उन्हें स्थानीय स्तर पर व्यवस्था बनाने में मदद मिलेगी और तीर्थयात्री भी बिना किसी परेशानी के मंदिरों में दर्शन कर सकेंगे.
किस धाम का क्रेज सबसे ज्यादा – कहां के लिए कितने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
- कुल रजिस्ट्रेशन - 1,66,314 (1 मार्च से 25 अप्रैल तक)
- केदारनाथ के लिए 64,151
- बदरीनाथ धाम के लिए 48,779
- यमुनोत्री धाम के लिए 24,515
- गंगोत्री धाम के लिए 25,697
- श्री हेमकुंड साहिब के लिए 3,172 श्रद्धालुओं ने आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है.
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