Uttarakhand News: आजकल सोशल मीडिया पर दो ऐसी घटनाएं चर्चा में बनी हुई है. इसमें एक घटना इंजीनियर अतुल सुभाष माहेश्वरी निकिता की हैं, अतुल सुभाष ने आत्महत्या के लिए अपने पत्नी और ससुराल पक्ष के लोगों को जिम्मेदार बताया था. जबकि दूसरी कहानी नेपाल की रहने वाली श्रीजना सुबेदी और विवेक पंगेनी की है. विवेक पंगेनी को कैंसर होने के बावजूद उनकी पत्नी श्रीजना सुबेदी ने अपने पति का साथ नहीं छोड़ा और वो जब तक जीवित रहे तब तक उनकी सेवा की.
उत्तराखंड पुलिस की कुमाऊं मंडल की महिला हेल्प लाइन डेस्क में आईं शिकायतें में नैनीताल पहले स्थान पर, उधम सिंह नगर दूसरे स्थान पर, अल्मोड़ा तीसरे स्थान पर, पिथौरागढ़ चौथे स्थान पर, चंपावत पांचवें स्थान पर और बागेश्वर छः स्थान पर हैं. पति पत्नी के बीच आए दिन होने वाले छोटे-बड़े विवाद अब बड़ी संख्या थाने पहुंचने लगे हैं. इसलिए इन विवाद को निपटाने के लिए पुलिस द्वारा महिला हेल्प डेस्क का गठन किया है, जो महिलाओं से जुड़े घरेलू विवाद को सुनकर निपटता है.
महिला हेल्प डेस्क में नैनीताल सेआईं ज्यादा शिकायतें
महिला हेल्प डेस्क को मिलने वाली अधिकांश शिकायतें महिला या मायके पक्ष की तरफ से की जाती है, जिसमें पति और उसके परिजनों पर महिला के साथ उत्पीड़न की शिकायते होती है. लेकिन कई बार जब उन मामलों की जांच होती है, तो पत्नी द्वारा अपने पति का ही उत्पीड़न किया जा रहा है. मोबाइल इन सबके के विवाद का अहम कारण बनकर उभरा है. कुमाऊं मंडल के छः जिलों में पुलिस को महिला हेल्प डेस्क पर मिलीं शिकायतों में सबसे ज्यादा शिकायत नैनीताल जनपद में 1411 शिकायतें और सबसे कम शिकायतें बागेश्वर जनपद में 64 शिकायतें दर्ज हुई है.
ये हैं प्रमुख कारण
मोबाइल, दोनों के बीच विश्वास की कमी, ज्यादा उम्मीदें, नशा, अवैध संबंध, सहनशीलता की कमी, परिवार में माता पिता दखल, झूठ बोलकर शादी करना समेत अन्य कई प्रमुख कारण हैं. जिसके कारण पति पत्नी में विवाद बढ़ रहा है.
महिला हेल्प डेस्क में आईं शिकायतें
जिला शिकायतें निस्तारण
नैनीताल 1411 1393
यूएस नगर 1014 972
अल्मोड़ा 219 219
चंपावत 155 155
पिथौरागढ़ 215 215
बागेश्वर 64 64
महिला हेल्प डेस्क की प्रभारी सुनीता कुंवर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पति पत्नी के बीच होने वाले विवाद की सबसे बड़ी जड़ मोबाइल हैं क्योंकि मोबाइल के कारण शक बढ़ रहा है. इसके साथ ही रिल बनाने को लेकर भी पति पत्नी में विवाद इतना बढ़ जाता है, कि विवाद थानों तक पहुंच जाता हैं. पति पत्नी दोनों में सहनशीलता की कमी दिखाई दे रही है.
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