Uttarakhand Investors Summit 2023: इंवेस्टर्स समिट को लेकर कांग्रेस का धामी सरकार पर हमला, लोगों को गुमराह करने का लगाया आरोप
Uttarakhand Global Investors Summit 2023: उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि साल 2018 में तत्कालीन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जो बात कही थी, वही आज सीएम पुष्कर सिंह धामी भी बोल रहे हैं.
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Uttarakhand News: उत्तराखंड कांग्रेस (Congress) के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा (Karan Mahara) ने बीजेपी (BJP) की सरकार पर ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट (Global Investors Summit 2023) को लेकर निशाना साधा है. करन माहरा ने कहा कि इंवेस्टर्स समिट को लेकर सिर्फ लोगों को गुमराह किया जा रहा है. इससे पहले भी राज्य सरकार ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट कर चुकी है, उसका क्या हुआ यह सब जानते हैं. उन्होंने कहा कि इंवेस्टर्स समिट को लेकर जो माहौल बनाया जा रहा है, वो सिर्फ एक कॉपी-पेस्ट है.
करन माहरा ने कहा कि साल 2018 में तत्कालीन बीजेपी की सरकार और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जो बात कही थी, वही आज सीएम पुष्कर सिंह धामी भी बोल रहे हैं. इसमें कुछ भी नया नहीं है, बस नई पैकिंग और सामान पुराना है. उन्होंने आरोप लगाया कि जिस USHA कंपनी के साथ एमओयू साइन किया गया, वह पहले से ही उत्तराखंड में काम कर रही है, तो नया इन्वेस्टर कहां है? अपनी पीठ थपथपाने के लिए सरकार इस प्रकार के प्रोपेगेंडा कर रही है, जबकि जो कंपनी पहले से उत्तराखंड में कार्यरत है, उसे किस बात का एमओयू साइन हुआ है, ये बड़ी अजीब बात है.
बेरोजगारी को लेकर भी साधा निशाना
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि उत्तराखंड में इन्वेस्टर लाने के लिए राज्य के हालात बेहतर होने चाहिए, लेकिन वर्तमान में हालात बदहाल हैं. 2018 के ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के आंकड़े आज सरकार को बताने चाहिए कि कितनी कंपनी आई और कितनी अभी तक बंद हो चुकी है. वहीं अक्टूबर 2022 में राष्ट्रीय बेरोजगारी दर 4 प्रतिशत थी, लेकिन आज उत्तराखंड बेरोजगारी के दर में दोगुना बढ़ चुका है. इंवेस्टर्स समिट से पहले Mckinsey Group कंपनी के साथ करार किया गया था, जिसका आज तक कोई काम धरातल पर नहीं हुआ है, जनता को भ्रमित करने के लिए सिर्फ नाम के लिए एमओयू साइन किए जा रहे हैं.
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