Uttarakhand: उत्तराखंड में बढ़े डेंगू-चिकनगुनिया के मामले, टेस्ट किट उपलब्ध कराने में छूटे स्वास्थ्य विभाग के पसीने
मच्छरों से होने वाली बीमारी का कहर उत्तराखंड में भी जारी है. अकेले राजधानी लखनऊ में करीब 180 लोगों में चिकनगुनिया की पुष्टि हो चुकी है और डेंगू से भी कई लोग पीड़ित हैं.
Uttarakhand News: पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में डेंगू (Dengue) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जबकि मच्छर जनित रोग चिकनगुनिया (Chikungunya) के भी केस ने प्रशासन की चिंता बढ़ा ती है. मौजूदा स्थिति यह है कि एकतरफ मरीजों की संख्या बढ़ रही है तो वहीं चिकनगुनिया के टेस्ट किट की आपूर्ति करने में स्वास्थ्य विभाग के पसीने छूट रहे हैं. यहां कई बड़े नेता भी चिकनगुनिया की चपेट में आ चुके हैं.
देहरादून में अब तक चिकनगुनिया के 179 मामलों की पुष्टि
राज्य में डॉक्टर लोगों को चिकनगुनिया को लेकर सावधानी बरतने के लिए कह रहे हैं. बीते रोज जहां डेंगू के 20 नए मामले सामने आए थे तो वहीं चिकनगुनिया के 16 मामले एक ही दिन आए हैं. राहत की बात यह है कि अभी देहरादून जिले में ही केवल चिकनगुनिया के मामले की पुष्टि हुई है. अकेले देहरादून में चिकनगुनिया के 179 मामले सामने आए हैं. बीजेपी के कई बड़े नेता भी इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं जिसमें एक कैबिनेट मंत्री और पूर्व सीएम भी शामिल हैं.
डेंगू-चिकनगुनिया पर दिखते हैं यह लक्षण
दून मेडिकल कॉलेज के उप चिकित्सा अधिकारी एन एस खत्री ने बताया कि चिकनगुनिया होने पर मांसपेशियों में दर्द होता है. अगर किसी को बुखार आता है तो वे डॉक्टर की सलाह लें और अपना ध्यान रखें. बता दें कि डेंगू पीड़ित व्यक्ति कोत्वचा पर दाने नजर आते हैं. इसके अलावा आंखों में दर्द, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, हड्डियों में दर्द, उल्टी और जोड़ों के दर्द की समस्या रहती है. अगर ऐसे लक्षण दिखें तो लोगों को यही सलाह दी जाती है कि वे समय रहते ब्लड टेस्ट कराएं ताकि उन्हें समय पर इलाज मिल सके. डेंगू में ब्लड के प्लेटलेट्स गिर जाते हैं इसलिए इसमें विशेष ध्यान की जरूरत होती है.
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