लखनऊ: उत्तराखंड के चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में रविवार को ग्लेशियर के टूटने से अलकनंदा और इसकी सहायक नदियों में अचानक आई बाढ़ के कारण ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी तबाही मची है. ग्लेशियर टूटने से अब तक 10 लोगों की मौत हुई है. 150 लोगों के लापता होने की आशंका है. उत्तराखंड में हुई त्रासदी को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के संबंधित विभागों और अफसरों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा है. सीएम ने कहा कि है हालात पर मुस्तैदी के साथ पूरी नजर रखी जाए. इतना ही नहीं SDRF को भी अलर्ट कर दिया गया है.


जल शक्ति विभाग को किया गया अलर्ट
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से भीषण त्रासदी हुई है. पीड़ित परिवारों के प्रति हमारी संवेदना है. अलकनंदा गंगा की सहायक नदी है और उत्तर प्रदेश के अंदर गंगा लगभग 1,000 किलोमीटर का रास्ता तय करती है. हमने अपने जल शक्ति विभाग को अलर्ट कर दिया है.





सीएम योगी ने जताया दुख
सीएम योगी ने ट्वीट कर कहा कि ''देवभूमि उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से उत्पन्न हुई आपदा में अनेक नागरिकों के कालकवलित होने की सूचना से मन दुखी है. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति, शोकसंतप्त परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें.





जारी है राहत और बचाव का कार्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने भी उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने की घटना पर राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात की है. मुख्यमंत्री ने पूरी घटना की जानकारी देते उन्हें हुए बताया कि तेजी से राहत और बचाव का कार्य चल रहा है. पीएम मोदी ने कहा, मैं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, देश के गृहमंत्री अमित शाह जी, NDRF के अफसरों के निरंतर संपर्क में हूं. वहां पर राहत और बचाव का कार्य चल रहा है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है.


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