Uttarakhand Congress Politics: उत्तराखंड में पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह (Pritam Singh) ने अप्रत्यक्ष रूप से हरीश रावत (Harish Rawat) पर निशाना साधा और कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के कमजोर होने की वजह साल 2016 में कांग्रेस (Congress) में हुई टूट है, जिसे लेकर अब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा (Karan Mahara) का भी बड़ा बयान सामने आया है. माहरा ने कहा कि वो इस मसले पर हरीश रावत और प्रीतम सिंह से जल्द मुलाक़ात करेंगे. उन्होंने कहा कि इस तरह की बातों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रखने की बजाय पार्टी फोरम में रखना चाहिए. इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटता है 


करण माहरा ने की ये बात


दरअसल, हाल ही में प्रीतम सिंह ने 2016 की बगावत को कांग्रेस के कमजोर होने की सबसे बड़ी वजह बताया था और अप्रत्यक्ष तौर पर हरीश रावत की ओर इशारा किया था, क्योंकि 2016 में हरीश रावत के मुख्यमंत्री रहते उनसे नाराज नौ नेता कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल हो गए थे. प्रीतम सिंह के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए माहरा ने कहा कि मैं दोनों नेताओं से निवेदन करता हूं कि वो पार्टी के कार्यकर्ताओं की मनोभावनाओं का ध्यान रखें और अपनी बात को पार्टी फोरम में कहे तो बेहतर होगा. 


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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कही ये बात 
उत्तराखंड में 2022 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के लिए मुस्लिम यूनिवर्सिटी का बयान नासूर बन गया था. हरीश रावत ने इसके लिए बीजेपी पर गलत प्रचार करने का आरोप लगाया था. रावत ने अब कहा है कि वो इस मुद्दे पर कोर्ट जाएंगे. जिसका प्रदेश अध्यक्ष माहरा ने भी स्वागत किया उन्होंने कहा कि हरीश रावत के इस फैसले का स्वागत करते हैं. बीजेपी के आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है, अगर हरीश रावत कोर्ट जाते हैं तो पीसीसी उनके साथ है. 


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