Uttarakhand News: उत्तराखंड में कर्णप्रयाग (Karnaprayag) नगर पालिका के बहुगुणा नगर में जमीन धंसने से मकानों में दरार पड़ने लगी है, जिसकी वजह से यहां के लोग खौफ के साये में जीने को मजबूर हैं. जिसे देखते हुए तहसील प्रशासन ने सोमवार को मौके पर जाकर पीडब्ल्यूडी (PWD) और एनएचईआई (NHEI), डीसीएल (DCL) के साथ संयुक्त निरीक्षण किया. इस दौरान टीम ने कहा कि प्रभावित परिवारों को रहने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है. 


जमीन धंसने से लोगों के घरों में आई दरार
कर्णप्रयाग नगर पालिका के लोग इन दिनों कुदरती कहर और मानसूनी आफत के बीच खौफ के साये में जीने को मजबूर हैं. यहां के बहुगुणा नगर में जमीन धंस गई है जिसकी वजह यहां के कई घरों में दरारें आ गई है. हालत ये है कि यहां के 22 परिवार रात को सो नही पा रहे हैं. घर के आंगन जमीन धंसने के कारण तिरछे हो गए है. मकानों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गईं हैं. लोगों का कहना है कि जीवन भर की कमाई मकान पर लगाई है लेकिन आज मकान की यह हालत देख आंखों में आंसू आ रहे है लेकिन हमारी सुध लेने वाला कोई नहीं है.
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लोगों ने लगाया उपेक्षा का आरोप
दरअसल बहुगुणा नगर के ऊपर से जाने वाली कर्णप्रयाग नैनीसैंण मोटरमार्ग से आने वाले पानी की निकासी न होने के कारण पानी यहीं समा जा रहा है जिस वजह से जमीन बैठ रही है. पीड़ित परिवारों ने सरकारों पर उपेक्षा का आरोप लगाया और कहा कि पीड़ित परिवार का कहना है कि हमारी सुध लेने वाला कोई नहीं है. 


निरीक्षण के लिए पहुंचा प्रशासन
बहुगुणा नगर में जमीन धंसाव का मामला तहसील दिवस में उठा तो प्रशासन भी जगा और आज तहसीलदार कर्णप्रयाग ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया. तहसीलदार सुरेंद्र देव ने कहा कि 22 परिवारों के मकान प्रभावित हुए है. इनके रहने के लिए प्रशासन द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है. इस क्षेत्र का जियोलॉजिकल सर्वे भी करवाया जाएगा. 


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