Uttarakhand News: उत्तराखंड में मोबाइल पर मृतक दादी को कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लगने का संदेश पाकर पोता हैरान हो गया. हैरानी का कारण ये था कि उसकी दादी को गुजरे कई महीने हो गए थे. ऐसे में इस तरह का संदेश मिलना कई सवाल खड़े करता है. अब क्या स्वास्थ्य विभाग दूसरी डोज के लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने के चक्कर में ऐसा कर रहा है या फिर कोई तकनीकी समस्या के कारण ऐसा हो रहा है.
स्वास्थ्य विभाग ने बताई तकनीकी खामी
दरअसल, काशीपुर के श्यामपुरम में रहने वाले आशु अग्रवाल की दादी गायत्री देवी का निधन करीब 6 माह पूर्व दस जून को हो गया था. आशु अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने अपनी दादी की पहली वैक्सीन डोज उनकी मृत्यु से कुछ दिन पूर्व ही लगवाई थी. बीते दिन उनके मोबाइल पर जब यह मैसेज आया कि उनकी दादी को दूसरी वैक्सीन डोज सफलता पूर्वक लग गई है तो उन्हें हैरानी हुई कि यह कैसे सम्भव है. जब उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से जानकारी ली तो उनसे कहा गया कि तकनीकी समस्या के कारण ऐसा हो गया होगा, हालांकि कुछ देर बाद सर्टिफिकेट भी डाउनलोड हो गया.
इस बाबत जब काशीपुर की संयुक्त मजिस्ट्रेट आईएएस आकांक्षा वर्मा से पूछा गया तो उन्होंने इस मामले को गम्भीरता से लेकर जांच कराए जाने की बात कही है. लेकिन ऐसे में सवाल यह है कि क्या स्वास्थ्य विभाग दूसरी डोज के लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने के चक्कर में ऐसा कर रहा है या फिर कोई तकनीकी खामी है. बिना दूसरी डोज लगे सर्टिफिकेट जारी होने का ये कोई पहला मामला नहीं है. अनेकों केस ऐसे हैं, जहां पर बिना दूसरा टीका लगाए सर्टिफिकेट जारी हो रहे हैं.
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