Uttarakhand News: उत्तराखंड में तृतीय केदार तुंगनाथ धाम (Tungnath Dham) गए दो श्रद्धालुओं की बीती देर रात अचानक से तबीयत खराब हो गई. एसडीआरएफ की टीम को सूचना मिलने पर टीम रात के समय धाम पहुंची, मगर तब तक एक श्रद्धालु की मौत हो चुकी थी जबकि एक श्रद्धालु का स्वास्थ्य ज्यादा खराब होने की वजह से उसे आज सुबह ही नीचे लाया गया. धाम में अभी भी बारिश हो रही है, जिस कारण श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतें हो रही हैं. चोपता मार्ग (Chopta Marg) से तुंगनाथ धाम की दूरी साढ़े तीन किमी है.
तुंगनाथ धाम में श्रद्धालुओं की तबियत खराब
दरअसल शुक्रवार देर रात्रि के समय तुंगनाथ धाम में दो श्रद्धालुओं की तबीयत खराब हो गई. किसी तरह स्थानीय लोगों ने सूचना पुलिस को दी और पुलिस ने एसडीआरएफ को टीम को सूचना दी. सूचना मिलते ही देर रात्रि को एसडीआरएफ की टीम उपकरण के साथ तुंगनाथ धाम के लिए रवाना हुई. रेस्क्यू टीम घनघोर अंधेरे व विषम मौसम की परवाह न करते हुए वाहन से चोपता पहुंची, जहां से लगभग साढ़े तीन किमी पैदल रास्ता तय कर रात्रि में तुंगनाथ धाम पहुंची.
दरअसल शुक्रवार देर रात्रि के समय तुंगनाथ धाम में दो श्रद्धालुओं की तबीयत खराब हो गई. किसी तरह स्थानीय लोगों ने सूचना पुलिस को दी और पुलिस ने एसडीआरएफ को टीम को सूचना दी. सूचना मिलते ही देर रात्रि को एसडीआरएफ की टीम उपकरण के साथ तुंगनाथ धाम के लिए रवाना हुई. रेस्क्यू टीम घनघोर अंधेरे व विषम मौसम की परवाह न करते हुए वाहन से चोपता पहुंची, जहां से लगभग साढ़े तीन किमी पैदल रास्ता तय कर रात्रि में तुंगनाथ धाम पहुंची.
रेस्क्यू कर नीचे लाया गया
एसडीआरएफ की टीम जब तुंगनाथ धाम पहुंची तो मौके पर टीम ने देखा कि वहां यूपी के मथुरा में रहने वाले लक्ष्मी नारायण की ठंड लगने की वजह से हालत गंभीर थी. जिसके बाद रेस्क्यू टीम उन्हें पास के होटल में ले गई जहां उसे पीने के लिए गर्म पानी और सोने के लिए बिस्तर दिया गया. जबकि दिल्ली के रहने वाले एक शख्स मनीष शर्मा की मौत हो चुकी थी. अत्यधिक बारिश और खराब मौसम की वजह से बीमार यात्री को लेकर नीचे आना संभव नहीं था. ऐसे में मौसम के सामान्य होने पर रेस्क्यू टीम आज सुबह बीमार यात्री को नीचे लेकर आई.
रेस्क्यू टीम में हेड कांस्टेबल आशीष डिमरी, कांस्टेबल मनीष रौतेला, भूपेंद्र, अनुसूइया प्रसाद और अमित नौटियाल शामिल थे.
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