Kedarnath Yatra: केदारनाथ धाम के गर्भगृह में प्रवेश पर लगी रोक, अब मंडप से ही कराए जा रहे बाबा के दर्शन
Kedarnath Yatra 2022: केदारनाथ धाम में 12 लाख से ज्यादा श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर चुके हैं. यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए मंदिर समिति ने केदारनाथ गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगा दी है.
रोजाना पहुंच रहे हैं इतने लोग
इन दिनों प्रत्येक दिन 13 से 14 हजार के करीब तीर्थ यात्री केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं. यात्री पैदल मार्ग और हेली सेवाओं के जरिये धाम पहुंच रहे हैं. केदारनाथ धाम में इन दिनों हर दिन बारिश भी हो रही है, लेकिन बारिश पर भी श्रद्धालुओं की आस्था भारी पड़ रही है. केदारनाथ धाम में भक्तों की भीड़ होने से खूब चहल-पहल है. धाम में ठंड भी अधिक बढ़ गई है. जबकि धाम की पीछे की पहाड़ियों पर बर्फबारी शुरू हो गई है, बावजूद इसके यात्रियों की संख्या में कमी नहीं आ रही है.
श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए बड़ा फैसला
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए बद्री-केदार मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं के केदारनाथ गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगा दी है. मंदिर समिति की ओर से सभा मंडप से ही श्रद्धालुओं को बाबा केदार के दर्शन कराए जा रहे हैं. मंदिर समिति यात्रियों की संख्या को देखते हुए रात्रि साढ़े 12 बजे से सुबह पांच बजे तक विशेष पूजाएं करा रही है. सामान्य यात्रियों को भी रात नौ बजे तक दर्शन कराए जा रहे हैं.
बारिश की वजह से केदार धाम में बढ़ी ठंड
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि अभी तक बारह लाख से अधिक तीर्थ यात्री केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं. सितम्बर पहले सप्ताह से ही केदारनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में तेजी आ गई थी. अब प्रत्येक दिन 13 से 14 हजार के लगभग तीर्थ यात्री दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं. अभी भी यात्रा को एक माह का समय शेष बचा हुआ है. उन्होंने कहा कि बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुई संपत्तियों का निर्माण कार्य करवा लिया गया है. साथ ही बारिश होने से ठंड भी बढ़ गई है. ऐसे में तीर्थयात्रियों के लिए अलाव की व्यवस्था की गई है. साथ ही श्रद्धालुओं से बारिश से बचने की अपील की जा रही है.
डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि केदारनाथ धाम में मौसम कब बदल जाए, कहा नहीं जा सकता. ऐसे में श्रद्धालुओं को बारिश से बचाव के लिए इस बार रेन शेल्टर लगाए गए हैं. आने वाले समय में नई डिजाइन के रेन शेल्टर लगाए जाएंगे, जिससे तीर्थयात्रियों को और भी अच्छी सुविधाएं मिलेंगी.
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