Rudraprayag Landslide: बद्रीनाथ हाईवे पर लैंडस्लाइड, तीन घंटे तक आवाजाही ठप, चारधाम यात्रियों को हुई परेशानी
Uttarakhand News: ऋषिकेश-बद्रीनाथ पर रुद्रप्रयाग से सात किमी दूर नरकोटा के पास पहाड़ी दरकने से राजमार्ग पर भारी मलबा और बोल्डर गिरा है, जिसके बाद हाईवे पर तीन घंटे तक आवाजाही ठप रही.
Rudraprayag News: मानसून सीजन में पहाड़ों पर सफर करना खतरनाक साबित हो सकता है. खासकर ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे पर बिना बारिश के ही पहाड़ियों के दरकने से परेशानियां बढ़ गई हैं. ऐसे में कब और कहां से बोल्डर और मलबा गिर जाय कुछ कहा नहीं जा सकता है. ऐसा ही आज बद्रीनाथ हाईवे पर रुद्रप्रयाग से सात किमी दूर नरकोटा के निकट देखने को मिला. यहां बीच हाईवे पर पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा, बोल्डर और पेड़-पौधे गिरे जिससे चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल बन गया. गनीमत यह रही कि हाईवे पर आने जाने वाले लोग पहले से ही सतर्क हो गये थे.
पहाड़ दरकने से बढ़ा दुर्घटना का खतरा
मानसून आता है और पहाड़ों को बर्बाद करके चला जाता है. इन दिनों भी पहाड़ों के बर्बाद होने की स्थिति दिखाई दे रही है. बारिश के बाद जगह-जगह पहाड़ियां दरक गई है. अब स्थिति यह हो गई है कि बिना बारिश के ही पहाड़ दरक रहे हैं. जिस कारण दुर्घटनाओं का खतरा ज्यादा बढ़ गया है. ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी जगह-जगह डेंजर जोन बनाए गये हैं. बारिश हो या ना हो ये डेंजर जोन तबाही मचा रहे हैं.
चारधाम यात्रियों के साथ स्थानीय लोगों को हो रही परेशानी
आप तस्वीरों में देख सकते हैं कि रुद्रप्रयाग से सात किमी दूर नरकोटा और खांखरा के बीच में बिना बारिश के ही पहाड़ी दरक रही है. एक साथ पहाड़ी से मलबा, बोल्डर और पेड़-पौधे टूट रहे हैं. गनीमत रही की पहाड़ी के टूटने से पहले ही हाईवे पर आने जाने वाले लोग सतर्क होकर पहले ही रुक गए. नरकोटा में भूस्खलन होने के बाद तीन घंटों तक हाईवे पर आवाजाही ठप रही और चारधाम यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोग भी परेशान हुए.