Uttarakhand Lok Sabha Elections 2024: उत्तराखंड में नामांकन के आखिरी दिन आज यानी बुधवार (27 मार्च) को हरिद्वार लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र रावत ने मां गंगा का पूजन कर अपना नामांकन भरा. इसके बाद उन्होंंने अपने पिता पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत हरिद्वार जिले के कांग्रेस विधायक के साथ रोड शो किया, जिसमें भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. वीरेंद्र रावत अपनी जीत को लेकर अस्वस्थ दिख रहे हैं. तो वहीं हरीश रावत ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी कांग्रेस का वोट काटने के लिए सुपारी किलर के रूप में कुछ प्रत्याशियों को मैदान में उतर रही है.


कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र रावत का कहना है कि मां गंगा का हमें आशीर्वाद मिलेगा. हम भारी बहुमत से यहां से जीत दर्ज करेंगे क्योंकि कांग्रेस को हमेशा ही सभी समाज का वोट मिला है. जितने लोग कांग्रेस में नाराज थे वह सभी कल की बैठक में मौजूद रहे और सभी ने चुनाव में सहयोग करने का आश्वासन दिया. इसका नतीजा आज देखने को मिला, जब रोड शो में भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए. इससे साबित होता है कि हरिद्वार उत्तराखंड ही नहीं पूरे देश में इंडिया गठबंधन की लहर है.


जीत को लेकर क्या बोले कांग्रेस प्रत्याशी? 


कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र रावत कि कांग्रेस की पांच योजना है, जिससे युवा और महिलाओं को फायदा होगा, महंगाई से छुटकारा मिलेगा, बीजेपी के मुंगेरीलाल के सपने हैं वो सपने ही रह जाएंगे. मेरे पिता और मेरा इतना अनुभव है इतना किसी भी राजनेता का नहीं है. इसलिए हमारी जीत निश्चित है.


हरीश रावत का बीजेपी पर प्रहार


उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि कांग्रेस चुनाव में जीत की तरफ बड़ रही है. हमारी शुरुआत शानदार हुई है. भारी संख्या में जनता कांग्रेस से जुड़ रही है. बीजेपी पर वार करते हुए हरीश रावत ने कहा कि बीजेपी घमंड में है, लेकिन लोकतंत्र घमंड को बरदास नही करता. कांग्रेस का वोट काटने के लिए बीजेपी सुपारी किलर के रूप में कुछ प्रत्याशियों को मैदान में भेज रही है.


मगर जनता उन पार्टियों के प्रत्याशियों को नकार कर इसका जवाब देगी. बिहार चुनाव में ओबेसी की पार्टी ने सुपारी किलर का काम किया था. तब तेजस्वी यादव सरकार बनाने से चूक गए थे. यहां भी यही प्रयोग बीजेपी अपनाना चाहती है.  बीजेपी धन बल से इन प्रत्याशियों का संयोग कर रही है. मगर जनता जानती है ऐसे लोगों को वोट देने का क्या अर्थ है.


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