Uttarakhand News: उत्तराखंड में भी अब मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में हो सकेगी. सरकार का कहना है कि अंग्रेजी में दिक्कत की वजह से कई छात्र मेडिकल की पढ़ाई नहीं कर पाते हैं, ऐसे में हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई होने से छात्रों को बहुत राहत हो सकेगी. कांग्रेस ने सरकार के फैसले पर सवाल खड़े कर दिये हैं. अभी तक मेडिकल की पढ़ाई पर अंग्रेजी का एकाधिकार माना जाता था. अब हिंदी को भी शामिल किया गया है. बीजेपी मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने सरकार के फैसले की तारीफ की है और कहा है कि कई छात्र अंग्रेजी की वजह से मेडिकल की पढ़ाई करने से वंचित रह जाते थे, लेकिन अब हिंदी में होने की वजह से ज्यादा छात्र मेडिकल की पढ़ाई कर सकेंगे.


अब उत्तराखंड में भी होगी हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई


वहीं बीजेपी सरकार का फैसला कांग्रेस को रास नहीं आया है. उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने कहा कि भारत स्वास्थ्य के क्षेत्र में विश्व पटल पर अग्रणी है. ऐसे में अगर हम हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई करने की बात करते हैं, तो कैसे विश्व पटल पर आने का सपना देख सकते हैं. एक तरफ बीजेपी स्कूली शिक्षा को कॉन्वेंट की तर्ज पर विकसित करने की बात करती है. दूसरी तरफ मेडिकल शिक्षा को हिंदी में करने जा रही है. कांग्रेस का मानना है कि से छात्र छात्राओं के सामने कई तरह की परेशानी आयेगी. 


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बीजेपी सरकार के फैसले पर कांग्रेस ने जताया एतराज


उत्तराखंड में हिंदी मीडियम से पढ़ाई करने वाले छात्रों की संख्या ज्यादा है. इसी को देखते हुए सरकार मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में कराने की लेकर तैयारी कर रही है. सरकार का मानना है कि इससे सभी योग्य छात्रों को अवसर मिल सकेगा. अगले सत्र से व्यवस्था शुरू करने की तैयारी है. देखना होगा नई व्यवस्था के लागू होने से फायदा छात्रों को कितना मिल पाता है. हालांकि इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि मेडिकल की पढ़ाई को हिंदी में करना आसान नहीं है.