Uttarakhand News: उत्तराखंड में मानसून अपने आखिरी चरण में भी राज्य पर कहर बरपा रहा है. प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से व्यापक नुकसान हो रहा है। ताजा रिपोर्टों के अनुसार, राज्य भर में 2000 से अधिक मकानों में दरारें आ गई हैं, जबकि 100 से अधिक मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं. प्रदेश में इस साल आपदा कें करण 79 लोगों की जान जा चुकी है.


लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेश की बुनियादी ढांचे पर भी असर पड़ा है. राज्यभर में 50 से ज्यादा सड़कें बंद है. जिनको खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं. सड़कें बंद होने के कारण राज्य में चार धाम यात्रा भी प्रभावित हुई है. जिसे अस्थायी रूप से रोक दिया गया था लेकिन, बाद ने इसे दोबारा शुरू कर दिया गया है. प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है.


सीएम धामी ने दिए निर्देश
राज्य सरकार ने आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) भी राहत कार्यों में जुटे हुए हैं, वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन विभाग को आदेश दिए हैं कि प्रदेश भर में हुए नुकसान का आकलन किया जाए तथा जो लोग इस आपदा में प्रभावित हुए हैं उनको राहत पहुंचाई जाए. 


इसको लेकर आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि हमारे द्वारा लगातार स्थिति पर नजर रखी जा रही है कुछ दिन और मानसून उत्तराखंड में रहेगा तब तक के लिए लगातार सुरक्षा के मध्य नजर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की तमाम टुकड़िया ऐसे इलाकों में तैनात की गई है जहां पर इस प्रकार की आपदा आने की संभावना रहती है वही प्रदेश भर में हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है.


उत्तराखंड में मानसून के आखिरी दिनो मे भी राज्य को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और राज्य को राहत की उम्मीद जल्द ही नजर नहीं आ रही है.


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