Uttarakhand News : उत्तराखंड के पर्यटन संरचना विकास निवेश कार्यक्रम के एशियन डेवलपमेंट बैंक की ओर से वित्त पोषित योजना के तहत जॉर्ज एवरेस्ट हाउस का कार्य किया गया है. इस योजना के द्वारा 23.69 करोड़ रुपए की लागत से जीर्णोंद्धार का कार्य पूरा हो गया है. जिसका लोकार्पण उत्तराखण्ड पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज द्वारा किया गया. वहीं सर जार्ज एवरेस्ट हाउस के पुराने स्वरूप को संरक्षक करते हुए जार्ज एवरेस्ट हाउस के साथ आसपास के क्षेत्र को विकसित किया है. जो पर्यटन के लिए आकर्षण का केन्द्र बन गया है.
मंसूरी के हाथीपांव स्थित ऐतिहासिक जार्ज एवरेस्ट हाउस पर्यटकों को आकर्षित करने जा रहा है. उत्तराखंड पर्यटन संरचना विकास निवेश कार्यक्रम के तहत एशियन डेवलपमेंट बैंक की वित्तीय सहायता से खंडहर हो चुके सर जार्ज एवरेस्ट हाउस का काम हुआ है. सर जार्ज एवरेस्ट हाउस के जीर्णोंद्धार में 23.69 करोड़ की लागत आई है.
माउंट एवरेस्ट से जुड़ा है इतिहास
मंगलवार को पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने जॉर्ज एवरेस्ट हाउस का लोकार्पण किया. सर जॉर्ज एवरेस्ट ने जीवन का एक लंबा अरसा मसूरी में गुजारा था. वेल्स के इस सर्वेयर ने ही पहली बार एवरेस्ट की सही ऊंचाई बताई थी. इसलिए ब्रिटिश सर्वेक्षक एंड्रयू वॉ की सिफारिश पर 1865 में इस शिखर का नाम सर जार्ज एवरेस्ट के नाम पर रखा गया. मंसूरी के हाथोपांव के समीप 172 एकड़ जमीन पर बने सर जॉर्ज एवरेस्ट हाउस और 50 मीटर दूरी पर स्थित ऑब्जवेंटरी के जीर्णोंद्धार का कार्य किया गया. 18 जनवरी 2019 को पर्यटन मंत्री ने इस कार्य लोकार्पण किया था.
जॉर्ज एवरेस्ट पर बनाए गए प्रतीक्षालय यहां आने वाले पर्यटकों को बेहतर और आनंदमय अनुभव दे रहे हैं. साथ ही पर्यटकों को बेहतर सुविधा देने के लिए जगह-जगह सूचना पट लगाए गए हैं. जॉर्ज एवरेस्ट पर पर्यटकों के बढ़ते दबाव को देखते हुए बूम बैरियर के पास पार्किंग स्थल बनाने के साथ रिसेप्शन काउंटर भी बनाया गया है. जीर्णोंद्धार कार्य में जार्ज एवरेस्ट हाउस के मूल स्वरूप को बरकरार रखा गया. इसके जीर्णोंद्धार में चक्को से चूना, सुर्खी, मेथी और उड़द की दाल को पानी के साथ पीसकर सिमेंट जैसा लेप बना कर लाहौरी ईंटों का प्रयोग किया गया है.
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
सर जॉर्ज एवरेस्ट हाउस (आवासीय परिसर) और इससे लगभग 50 मी0 दूरी पर स्थित प्रयोगशाला (ऑब्जर्वेटरी) जीर्णोंद्धार का कार्य लॉकडाउन के पश्चात् 18 जनवरी 2019 को शुरू किया गया था. सतपाल महाराज ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि जार्ज एवरेस्ट हाउस और प्रयोगशाला के जीर्णोंद्धार के बाद लोकार्पण करने पर उनको काफी गौरवान्वित महसूस हो रहा है. अब यह मंसूरी में पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनने जा रहा है.
उन्होंने कहा कि स्थानीय को रोजगार के साधन उपलब्ध कराने के लिए पाच फूड वैन स्थापित की गई हैं. आने वाले समय में धीरे-धीरे लोगों को रोजगार से जोड़ने का का काम किया जाएगा. वहीं जार्ज एवरेस्ट से दिखने वाले हिमालय का विहंगम दृश्य काफी अद्भुत है. यह भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने. उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग लगातार पर्यटन और धार्मिक स्थलों को जोड़कर सर्किट बनाने का काम कर रहा है. जिससे कि पर्यटकों को इसका लाभ मिल सके, जगह-जगह हांटेड हाउस बना रहे हैं, जिससे कि वह पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र बन सके.
ये भी पढ़ें-