Uttarakhand News: उत्तराखंड में भीषण गर्मी पड़ रही है, जिसकी वजह से जंगलों की आग शांत होने का नाम नहीं ले रही है. जंगलों में लगी आग अब रिहायशी इलाकों के लिए भी खतरा बन गई है. नैनीताल जिले में भी आग का भयावह रूप देखने को मिला है. जहां आग की चपेट में आने से स्कूल के तीन कमरे जलकर राख हो गए. गनीमत ये रही है कि गर्मियों की छुट्टी होने के कारण इस दौरान बच्चे स्कूल में नहीं थे नहीं तो कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था.
नैनीताल जिले के गरमपानी के पास बेतालघाट ब्लॉक के बजेड़ी गांव के आस पास के जंगलों में आग लगने से आग रिहायशी इलाकों तक पहुंची गई. तेज हवा और पिरूल के जलने से आग ने राजकीय जूनियर हाईस्कूल के एक हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया. देखते ही देखते आग ने इतना विकराल रूप ले लिया कि स्कूल के तीन कमरे और कार्यालय में रखा सामान जलने लगा. स्कूल से तेज धुआं निकलता देख स्थानीय लोगों ने वन विभाग एवं पुलिस को घटना की जानकारी दी.
रिहायशी इलाके तक पहुंची आग
दो घंटे की कड़ी मेहनत के बाद स्थानीय लोगों, वन कर्मियों एवं पुलिस कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया और किसी तरह आग को स्कूल के दूसरे हिस्से में जाने से रोक लिया. लेकिन, तब तक तीन कमरों में रखें फर्नीचर एवं कार्यालय के जरूरी दस्तावेज जलकर खाक हो गए. वहीं एसडीएम बीसी पंत के निर्देश पर बीसी पन्त के निर्देश पर राजस्व विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर नुकसान का आंकलन किया.
बताया जा रहा है कि ये आग तेज हवाओं एवं पिरूल के जलने की वजह से फैल गई. हवाओं की वजह से आग ने पास के राजकीय जूनियर हाईस्कूल के एक हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया. जिसके बाद आनन फानन में स्थानीय लोगों ने बाल्टियों और पाइप लाइन से आग को बुझाने का प्रयास शुरु कर दिया. लोगों ने अग्निशमन विभाग को भी इसकी सूचना दी, जिसके बाद दो घंटों के मशक्कत के बाद आग पर क़ाबू पा लिया गया.
एसडीएम बीसी पन्त ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि विद्यालय में लगी आग से कोई जनहानि नहीं हुईं हैं. वहीं आग से हुए नुकसान के आंकलन के लिए राजस्व विभाग की टीम को मौके पर भेज दिया है.
इनपुट- वेद प्रकाश यादव
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