Uttarakhand Election 2022: उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी की पहली सूची जारी होने से पहले ही नैनीताल में पार्टी को बड़ा झटका लग गया है. इस सीट से दावेदारी पेश कर रहीं पूर्व विधायक और महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य ने आज बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली हैं. टिकट न मिलने की सम्भावनाओं को देखते हुए सरिता आर्य काफी दिनों से नाराज चल रही थीं. सरिता आर्य 2012 से 2017 तक नैनीताल सीट से कांग्रेस की विधायक रहीं हैं.


पहले ही कह चुकी थीं
महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं सरिता आर्य ने आखिरकार कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया. ये संकेत सरिता आर्य पहले ही दे चुकी हैं लेकिन कांग्रेस की ओर से उन्हें टिकट का आश्वाशन न मिलने के बाद आज आर्य ने बीजेपी का दामन थाम लिया. सरिता आर्य ने कहा था कि अगर पार्टी में सम्मान नहीं मिलेगा तो उनके सामने दूसरे विकल्प खुले हैं. ये वो पहले की कह चुकी थीं. 


बीजेपी नैनीताल से बना सकती है प्रत्याशी
कुछ दिन पहले सरिता आर्य की बीजेपी नेताओं से मुलाकात हुई थी. रात करीब साढ़े दस बजे डालनवाला स्थित बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता के फ्लैट में यह मुलाकात करीब एक घंटे चली. इस मुलाकात में बीजेपी के प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी, पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक मौजूद थे. बताया जा रहा है कि बीजेपी सरिता आर्य को नैनीताल विधानसभा सीट से प्रत्याशी बना सकती है. 


हरीश रावत ने मानाने के प्रयास किए
सरिता आर्या की नाराजगी संजीव आर्य को लेकर थी. संजीव के पार्टी में आने के बाद से ही सरिता आर्य के तेवर तल्ख थे. बीजेपी से कांग्रेस में आने के बाद नैनीताल सीट पर विधायक रहे संजीव आर्य को कांग्रेस हाईकमान पहले ही प्रत्याशी बनाने का वादा कर चुका है. जिसके बाद सरिता आर्य को टिकट न मिलना तय था. हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उन्हें मनाने के प्रयास किए, लेकिन वे टिकट से इतर कुछ भी मानने को तैयार नहीं थीं.  सरिता आर्य वर्ष 2012 के चुनाव में विधायक बनीं थीं. जबकि वर्ष 2017 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. 


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