Champawat: गरीब कामगार ने पेश की ईमानदारी की मिसाल, 1.5 लाख रुपये मालिक को लौटाए
उत्तराखंड के चंपावत में एक व्यक्ति ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए सड़क पर मिले 1.5 लाख रुपये उसके मालिक को लौटा दिए. पैसे मिलते ही उसने इसकी जानकारी पुलिस को दी.
Uttarakhand News: चंपावत (Champawat) में एक गरीब कामगार ने अपनी ईमानदारी का परिचय देते हुए स्थानीय लोगों को अपना मुरीद बना लिया. दरअसल, बाराकोट के रहने वाले सक्षम अधिकारी घर से 1.5 लाख रुपये लेकर किसी काम से लोहाघाट बाजार जा रहे थे लेकिन पैसे रास्ते में ही गिर गए. पैसे न मिलने पर वह बहुत परेशान हो गए और दोस्तों के साथ मिलकर उसे ढूंढने लगे. इसके बाद उन्होंने थाने में इसकी जानकारी दी. इस बीच एसओ जसवीर सिंह चौहान ने सीसीटीवी (CCTV) कैमरे की मदद से पैसे ढूंढने की कोशिश की लेकिन उन्हें पैसे नहीं मिले.
पुलिस के सामने लौटाए पैसे
उधर, कामगार मयंक जोशी को पैसे बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम के पास मिले. उसने यह जानकारी दुकान के मालिक को दी और दोनों उस व्यक्ति को ढूंढने लगे जिनके ये पैसे थे. इस बीच पुलिस को इसकी जानकारी मिली. मयंक और दुकान मालिक थाने पहुंचे और एसओ जसबीर सिंह के सामने ही सक्षम अधिकारी को उनके पैसे लौटा दिए गए. खोए हुए डेढ़ लाख रुपए वापस पाकर सक्षम काफी खुश हुए और उन्होंने मयंक की ईमानदारी की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि सक्षम जैसे लोगों की वजह से ईमानदारी आज भी जिंदा है. इस बीच पुलिस ने लोगों से अपील की कि अगर उन्हें बाजार में किसी का कोई सामान मिलता है तो पुलिस को तुरंत जानकारी दें.
एसओ ने दी यह जानकारी
एसओ थाना लोहाघाट जसवीर सिंह चौहान ने बताया कि सक्षम अधिकारी स्कूटी से जा रहे थे और रास्ते में उनके 1.5 लाख रुपये कहीं गिर गए. हमें जब सूचना मिली तो हमारी टीम ने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला, लेकिन इसी बीच हमें पता चला कि लोहाघाट निवासी मयंक जोशी को पैसे मिले हैं. हमने वेरिफाई करके सक्षम अधिकारी को पैसे लौटा दिए. हमारा क्षेत्रवासियों से यही निवेदन है कि अगर आपको किसी की भी कोई मूल्यवान चीज मिल जाती है, तो ईमानदारी से उसे लौटा दें इससे क्षेत्र में आपका नाम होगा और आपकी क्षेत्रीय गरिमा बनी रहेगी.