Uttarakhand ED Raid: उत्तराखंड में भी ईडी की जांच शुरू, दो मामलों में हरक सिंह रावत समेत 10 लोगों के ठिकानों पर रेड
Uttarakhand ED Raid: Congress नेता हरक सिंह रावत के ठिकानों पर ईडी ने छापा मार है. हरक सिंह रावत के घर सर्च ऑपरेशन जारी है. ईडी दिल्ली, चंडीगढ़ और उत्तराखंड में कई ठिकानों पर छापे मार रही है.
![Uttarakhand ED Raid: उत्तराखंड में भी ईडी की जांच शुरू, दो मामलों में हरक सिंह रावत समेत 10 लोगों के ठिकानों पर रेड uttarakhand news ED raids the premises of former cabinet minister and Congress leader Harak Singh in Uttarakhand Uttarakhand ED Raid: उत्तराखंड में भी ईडी की जांच शुरू, दो मामलों में हरक सिंह रावत समेत 10 लोगों के ठिकानों पर रेड](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/07/e5e486da4657964c22b04eeb515de5921707279995411369_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
ED In Uttarakhand: देश के अलग-अलग राज्यों में कथित घोटालों और आरोपों की जांच कर रहा प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने अब उत्तराखंड (Uttarakhand) के भी एक मामले में जांच शुरू कर दी है. ईडी की एक टीम ने बुधवार 7 फरवरी 2024 को उत्तराखंड में कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत (Harak Singh Rawat) के ठिकानों पर छापा मारा. समाचार एजेंसी ANI के अनुसार सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय उत्तराखंड के पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत से जुड़े कथित वन घोटाला मामले में दिल्ली (Delhi), चंडीगढ़ (Chandigarh) और उत्तराखंड के कई स्थानों पर छापेमारी कर रहा है.
ईडी की टीम सुबह तड़के उनके देहरादून स्थित घर के साथ तमाम ठिकानों पर पहुंची और छापेमारी की. ये मामले फॉरेस्ट लैंड स्कैम से जुड़ा है, जब हरक सिंह रावत बीजेपी की सरकार में फॉरेस्ट मंत्री हुआ करते थे.
इससे पहले पिछले साल अगस्त में विजिलेंस विभाग ने भी हरक सिंह रावत के खिलाफ की कार्रवाई थी. सूत्रों के अनुसार दो अलग-अलग मामलों में ED रेड्स हो रहीं हैं. एक मामला फॉरेस्ट लैंड से जुड़ा है और दूसरा एक अन्य जमीन घोटाला है. सूत्रों ने बताया कि ईडी की कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग पीएमएलए (PMLA) के तहत की जा रही है.
जानें- क्या है मामला?
खबर के मुताबिक साल 2019-20 में हरक सिंह रावत के वन मंत्री रहते हुए कॉर्बेट टाइगर सफारी प्रोजेक्ट के लिए पेड़ों की कटाई होनी थी, इसके लिए सिर्फ़ 169 पेड़ों को ही काटने की अनुमति दी गई थी, जबकि हज़ारों पेड़ काट दिए गए थे. इसके अलावा पाखरों रेंज में अवैध निर्माण का आरोप है. ईडी ने इन्हीं मामलों की जाँच के लिए छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया है.
साल 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने हरक सिंह रावत को अनशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निकाल दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने अपनी बहू अनुकृति गुसाई के साथ कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली थी.
BJP के इस फैसले को मिला BSP का समर्थन, कहा- इसका स्वागत किया जाना चाहिए...
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)