Fire in Uttarakhand Forest: मौसम के चढ़ते पारे से उत्तराखंड (Uttarakhand) के जंगलों में धधकती आग मंगलवार को और विकराल हो गई. यहां पिछले 12 घंटों में जंगहों में आग लगने की 117 नई घटनाओं ने 198.9 हेक्टेयर क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया. वन विभाग (Forest Department) से मिली जानकारी के अनुसार शाम चार बजे तक प्रदेश में जंगलों में आग लगने की 117 नयी घटनाएं सामने आईं, जिनमें से गढ़वाल क्षेत्र में 32, कुमांउ क्षेत्र में 75 और वन्यजीव क्षेत्रों में 10 घटनाएं दर्ज की गईं.


इन घटनाओं में 198.9 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है, जिससे 5,28,000 रुपये का आर्थिक नुकसान हो चुका है. सोमवार को प्रदेश भर में जंगलों में आग लगने की 27 घटनाएं दर्ज की गई थीं. वनाग्नि और आपदा प्रबंधन के मुख्य वन संरक्षक निशांत वर्मा ने बताया कि 15 फरवरी से शुरू हुए फायर सीजन से अब तक प्रदेश में जंगलों में आग लगने की कुल 721 घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें 724.93 आरक्षित वन क्षेत्र सहित कुल 1020.29 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है.


अब तक 29,00,53 रुपये का हुआ आर्थिक नुकसान


उन्होंने बताया कि इसमें अब तक 29,00,53 रुपये की आर्थिक क्षति का अनुमान लगाया गया है. हालांकि गनीमत यह है कि अब तक इस साल आग लगने से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.  इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को आपदा प्रबंधन विभाग की बैठक में अधिकारियों को जंगलों में लग रही आग की घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने इसे रोकने के लिए जनसहयोग के साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए भी कहा है.


देहरादून में 40 डिग्री दर्ज हुआ अधिकतम तापमान 


वहीं जंगलों में लगी आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग की टीमें मुस्तैदी से जुटी हैं, लेकिन मौसम के तल्ख तेवरों के कारण उनके प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं. पिछले कई दिनों से राजधानी देहरादून और आसपास के क्षेत्रों के अलावा पहाड़ी क्षेत्र भी गर्मी से तप रहे हैं. मंगलवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया.


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