Swine Flu In Uttarakhand: उत्तराखंड के निजी अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ने की सूचना सामने आ रही है. कई निजी अस्पतालों में 17 दिसंबर से 9 जनवरी तक स्वाइन फ्लू के पांच मरीज मिल चुके हैं, इनमें से एक मरीज की मौत भी हो चुकी है. सर्दी के मौसम में इन्फ्लूएंजा के साथ ही स्वाइन फ्लू के मरीज लगातार पॉजिटिव आ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब इनफ्लुएंजा पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट जारी नहीं की जा रही है.
निजी अस्पताल श्री महंत इंद्रेश अस्पताल में 17 दिसंबर से 9 जनवरी तक स्वाइन फ्लू के पांच मरीज मिल चुके हैं इनमें से एक मरीज की मौत भी हो चुकी है. वहीं कैलाश अस्पताल की रिपोर्ट के मुताबिक अस्पताल में स्वाइन फ्लू के तीन मरीज भर्ती है 1 जनवरी से अब तक कुल 11 मरीज मिले हैं इनमें स्वाइन फ्लू के साथ ही इनफ्लुएंजा मरीज भी पॉजिटिव पाए गए हैं. वहीं देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल में इस समय स्वाइन फ्लू का एक मरीज भर्ती है.
इनमें होता है अधिक खतरा
सर्दी में खांसी जुकाम और बुखार के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है इन सभी मरीजों की इनफ्लुएंजा जांच की जा रही है इनमें से अधिकतर मरीजों की इनफ्लुएंजा रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है.स्वाइन फ्लू के बढ़ने के खतरे उन लोगों के साथ ज्यादा होते हैं जो लंबे समय तक सूअर के संपर्क में रहे हो. ऐसे मामलों में इस वायरस के बढ़ने की संभावना और अधिक हो जाती है.
ऐसे फैलता है संक्रमण
यह एक ऐसी बीमारी है जो एक दूसरे के संपर्क में आने से फैलती है. संपर्क के कई तरीके हो सकते हैं जैसे संक्रमित व्यक्ति की छींक के समय निकली संक्रमित द्रव की बूंद को संपर्क में आने से, किसी गंदी जगह को छूने से, संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने से स्वाइन फ्लू फैलने का खतरा होता है. वहीं जिला सर्विलांस अधिकारी जीएस रावत का कहना है कि हमारे पास जो रिपोर्ट आ रही है वह इनफ्लुएंजा मैरिज के तौर पर आ रही है. स्वाइन फ्लू की रिपोर्ट हमारे पास नहीं आ रही है मरीजों की रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड की जा रही है.
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