Joshimath News: जोशीमठ (Joshimath) में भू-धंसाव के बाद अब विस्थापन और मुआवजे को लेकर रार छिड़ गई है. स्थानीय लोगों के साथ कांग्रेस ने भी मुआवजे को लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है, हालांकि सरकार की ओर से विस्थापन और मुआवजे के लिए समिति का गठन किया गया है और यह भी कहा जा रहा है कि सरकार जोशीमठ के पीड़ित परिवारों को मार्केट के तहत ही मुआवजा देगी. 


वहीं कांग्रेस का कहना है कि सरकार द्वारा जोशीमठ के पीड़ित परिवारों को केदारनाथ और बद्रीनाथ के प्लान के तहत मुआवजा दिया जाए. इसके साथ ही कांग्रेस का यह भी कहना है कि सरकार पहले पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की धनराशि घोषित करें और उसके बाद घरों को तोड़ने के साथ-साथ अन्य विस्थापन के काम किए जाएं. इसी के साथ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि सरकार पहले यह तय करें कि उनको मुआवजा किस आधार पर दिया जाएगा, तभी वहां के घरों को तोड़ने का काम किया जाए.


पूर्व सीएम हरीश रावत ने सरकार को घेरा
पूर्व सीएम हरीश रावत ने सरकार को घेरते हुआ आरोप लगाया कि सरकार के पास जोशीमठ के विस्थापन और मुआवजे के लिए क्या कोई प्लान है? उन्होंने कहा कि सरकार जोशीमठ मामले में इतनी संवेदनहीन हो गई है कि वहां के परिवारों को ठीक से रहने की जगह तक नहीं दे पा रही है.


कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उनका कहना है कि सरकार जोशीमठ के पीड़ित परिवारों को बेघर करके छोड़ रही है और कहा कि सरकार पहले यह तय करें कि उनको मुआवजा किस आधार पर दिया जाएगा, तभी वहां के घरों को तोड़ने का काम किया जाए.


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