IAS अधिकारी से अभद्रता के मामले में विरोध तेज, विभिन्न संगठनों ने सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की
Dehradun News: उत्तराखंड में आईएएस अधिकारी से अभद्रता और मारपीट के मामले को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है. अलग- अलग संगठनों ने मामले में कार्रवाई की मांग की.
Uttarakhand News: उत्तराखंड में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी आर. मीनाक्षी सुंदरम और उनके स्टाफ के साथ हुई अभद्रता और मारपीट के मामले में विभिन्न संगठनों और एसोसिएशनों ने नाराजगी जताई है. आईएएस एसोसिएशन उत्तराखंड चैप्टर के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर इस घटना पर कड़ा विरोध जताया और दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कठोर कार्रवाई करने का आग्रह किया. सीएम ने निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया.
इससे पहले, आईएएस एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से भी मुलाकात की और घटना की निंदा करते हुए उन्हें शिकायती पत्र सौंपा. पत्र में कहा गया कि सचिव सुंदरम और उनके स्टाफ के साथ हुई इस घटना से सभी अधिकारी गहरे आघात में हैं. मुख्य सचिव ने सचिव गृह को निर्देश दिए कि आरोपियों के विरुद्ध त्वरित और सख्त कानूनी कदम उठाए जाएं. सचिवालय प्रशासन को भी पुलिस कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.
सचिवालय संघ ने कार्य बहिष्कार का किया ऐलान
उत्तराखंड सचिवालय संघ ने इस घटना को लेकर आपात बैठक की, जिसमें सभी घटक संघों ने मिलकर गहरा विरोध दर्ज किया. बैठक के बाद एटीएम चौक पर आमसभा हुई, जिसमें घटना की कड़ी निंदा की गई. सचिवालय संघ ने शुक्रवार को कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया है और दोपहर एक बजे एटीएम चौक पर एकत्र होकर सरकार से दोषियों पर कार्रवाई की मांग करेगा. संघ के अध्यक्ष सुनील लखेड़ा ने कहा कि यदि उचित कदम नहीं उठाए गए तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा. सरकार से सचिवालय कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह भी किया है.
घटना पर केवल आईएएस एसोसिएशन ही नहीं, बल्कि विभिन्न अन्य संगठनों और संघों ने भी सख्त आपत्ति जताई है. उत्तरांचल पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर सचिव ऊर्जा और उनके निजी सचिव के साथ हुए दुर्व्यवहार की निंदा की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. अधीनस्थ सांख्यिकी सेवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष संदीप पांडे और महामंत्री अशोक कुमार ने मुख्य सचिव को ज्ञापन सौंपा और घटना पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की. आरोपियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की है.
सीएम धामी से कार्रवाई की मांग
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अरुण पांडे और प्रदेश महामंत्री शक्ति प्रसाद भट्ट ने इस घटना पर गहरा विरोध व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि यह घटना किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं की जाएगी और इसके लिए उच्च स्तरीय जांच और कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता है. कांग्रेस विधायक ममता राकेश ने सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारी के साथ हुए दुर्व्यवहार और मारपीट की घटना को गंभीर मानते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. उन्होंने मुख्यमंत्री से इस घटना पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को आश्वस्त किया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, लेकिन आगामी दिनों में यदि सरकार समय रहते ठोस कदम नहीं उठाती है तो विरोध प्रदर्शन और भी व्यापक रूप ले सकता है. सचिवालय संघ के अध्यक्ष सुनील लखेड़ा ने राज्य सरकार से सचिवालय कर्मचारियों के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने का अनुरोध किया है.
इस प्रकार, सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारी के साथ हुई घटना ने राज्य के कर्मचारी संघों और अन्य संगठनों को एकजुट कर दिया है और सरकार के सामने एक बड़ी चुनौती पेश कर दी है. अब देखना यह है कि सरकार इस मामले को कैसे सुलझाती है और क्या कदम उठाती है, जिससे सभी संगठनों की मांगों को संतोषजनक तरीके से पूरा किया जा सके.
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