Joshimath Sinking: औली में फरवरी को होने वाले विंटर गेम्स पर संशय बरकरार, खिलाड़ी सालों से कर रहे मेहनत
Auli National Winter Games: नेशनल विंटर गेम कराने वाले अधिकारियों का कहना है कि सरकार की सबसे पहले प्राथमिकता चमोली के जोशीमठ में आई आपदा है जिसके चलते बड़ी संख्या में परिवार बेघर हुए हैं.
Joshimath News: लंबे समय से नेशनल विंटर गेम्स (National Winter Games) का इंतजार कर रहे खिलाड़ियों की मेहनत पर पानी फिर सकता है, क्योंकि जोशीमठ में चल रही आपदा के कारण आगामी फरवरी महीने से शुरू होने वाले नेशनल विंटर गेम्स पर संशय बरकरार है. एक तरफ जहां राज्य सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता जोशीमठ आपदा में प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करना है, वही सालों से विंटर गेम्स के लिए प्रैक्टिस करने वाले खिलाड़ी अभी मझधार में इसलिए हैं कि आखिरकार इस बार नेशनल विंटर गेम होंगे या नहीं. एक तरफ जहां औली में बर्फ कम है तो वहीं दूसरा कारण जोशीमठ आपदा भी है.
नेशनल विंटर गेम कराने वाले अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल सभी विंटर गेम्स को लेकर संशय बरकरार है. एक तरफ जहां औली परिसर में बर्फ की कमी है वही जोशीमठ में आई आपदा के कारण खेल भी प्रभावित होने की कगार पर है. सालों साल खिलाड़ी विंटर गेम्स में अपना प्रतिभाग करने के लिए इंतजार करते हैं, लेकिन इस बार विंटर गेम पर संशय बरकरार बना हुआ है.
बर्फ की कमी के कारण गेम कराना मुश्किल
जम्मू कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के औली में नेशनल गेम होते हैं और औली के अद्भुत नजारे बर्फ से लदे औली क्षेत्र में हर साल विंटर गेम्स कराए जाते हैं, जिसमें कई राज्यों के खिलाड़ी पार्टिसिपेट करते हैं और अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हैं. इस बार बर्फ की कमी के कारण गेम कराने में मुश्किल हो रही है, वहीं जोशीमठ आपदा में सरकार से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने अपनी नजरें बनाई हुई है. अब यह कहना जल्दबाजी होगा कि आखिरकार इस साल नेशनल विंटर गेम्स होंगे या नहीं लेकिन इस पर सस्पेंस बरकरार बना हुआ है.
औली के नेशनल विंटर गेम्स को लेकर अधिकारियों का भी मानना है कि सरकार की सबसे पहले प्राथमिकता चमोली के जोशीमठ में आई आपदा है जिसके चलते बड़ी संख्या में परिवार बेघर हुए हैं. अगर स्थिति सामान्य रहती है तो नेशनल विंटर गेम्स के बारे में सोचा जा सकता है फिलहाल नेशनल विंटर गेम्स स्थगित होने की कगार पर है. एक तरफ जहां नेशनल विंटर गेम्स का खिलाड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं तो वही वहां पर रहने वाले व्यवसायियों के चेहरे पर मायूसी झलक रही है एक तरफ कम बर्फ होने के कारण के पर्यटकों का आना कम हुआ है वहीं जोशीमठ आपदा के कारण गेम भी लगभग प्रभावित हो चुके है.
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