Haridwar News: हरिद्वार के सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हाथरस हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की है. साथ ही यूपी सरकार के सीएम योगी आदित्यनाथ पर विश्वास जताया है कि उन्होंने जो कहा है वो करेंगे और इसमें जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. उत्तराखंड के नेता प्रतिपक्ष ने हाथरस की घटना पर दुख व्यक्त करते हुए घटना को बहुत बड़ी चूक बताया है और कहा कि वहां समुचित स्वास्थ्य व्यवस्था तक नहीं थी. बाबा के खिलाफ एफआईआर दर्ज नही होने से साफ है कि यूपी की सरकार बाबा को संरक्षण दे रही है.


हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना कि हाथरस में जो कुछ भी हुआ उन परिवारों के प्रति हमारी सहानुभूति है, भगवान दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और उत्तर प्रदेश सरकार ने इस बारे में स्पष्ट किया है कि अगर किसी की गलती से ऐसा हुआ है या जानबूझकर ऐसा हुआ है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी. हमको सरकार के प्रति ज्यादा नही बोल सकते है दूसरा राज्य है हम यह कह सकते हैं कि योगी आदित्यनाथ ने जो कहा है वह करेंगे.


स्वामी के खिलाफ रिपोर्ट नही होने को लेकर उनका कहना है कि पुलिस का और जो भी कार्रवाई होती है उसका एक तरीका है और वह देखना पड़ेगा की किसने परमिशन लिया था ,क्या लिया था मैं वहां के बारे में ज्यादा नहीं बोल सकता हूं. कौन लोग उसमें आयोजक मंडल में है कौन क्या है, उस पर पुलिस जांच के जो भी दोषी पाए जाएंगे उनपर एक्शन लेगी. इस तरह के ही बड़े आयोजन हरिद्वार संसदीय क्षेत्र हरिद्वार ऋषिकेश में बहुत सारे होते हैं इसको लेकर त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि इसको लेकर सबक लेना चाहिए ताकि इस तरह की घटनाओं की पूर्णवृत्ति ना हो.


 



हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दी श्रद्धाजंलि


नेता प्रतिपक्ष ने बताया सरकार की चूक
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य का कहना है कि बहुत बड़ी चूक है आयोजन की परमिशन प्रशासन द्वारा दी गई है लेकिन व्यवस्था के नाम पर चंद कर्मचारी वहां तैनात थे. ये हादसा कहीं ना कहीं  सरकार की और प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है. अब सरकार चेती है जब इतना बड़ा हादसा हो चुका है. 121 मौंते हो चुकी है और कई महिलाएं पुरुष गंभीर रूप से घायल है लेकिन अस्पताल में भी पर्याप्त इंतजाम नहीं है. उन्होंने बाबा पर केस न दर्ज होने पर सरकार को घेरा और कहा कि एफआईआर दर्ज न होना साफ तौर से स्पष्ट है कि कुछ बाबाओं को उत्तर प्रदेश सरकार संरक्षण दे रही है और उन्हें बचान के काम कर रही है.


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