Kedarnath Dham Yatra 2022: उत्तराखंड (Uttarakhand) के केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में दूरसंचार व्यवस्था के लड़खड़ाने से तीर्थयात्रियों के साथ ही स्थानीय व्यापारी खासे परेशान हैं. संचार सुविधा में हो रही दिक्कतों के कारण श्रद्धालु ऑनलाइन पेमेंट नहीं कर पा रहे हैं और उन्हें पैंसों के लिए यहां-वहां भटकना पड़ रहा है. 6 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुल गए थे, लेकिन अभी तक दूरसंचार व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो पाई है. इसके अलावा दिन के समय बिजली गायब होना आम बात हो गई है और कभी-कभार रात के समय भी लाइट गुल होने से श्रद्धालु परेशान हो जाते हैं.


केदारनाथ धाम में एयरटेल, जियो और बीएसएनएल के टाॅवर जरूर लगे हैं, मगर ये अब सिर्फ शोपीस बनकर रह गए हैं. इन टाॅवरों से तीर्थयात्रियों के साथ ही स्थानीय व्यापारियों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है. केदारनाथ धाम में पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत निर्माण कार्य हो रहे हैं। साथ ही इन दिनों धाम में यात्रा करने के लिए श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, लेकिन यात्रियों को दूरसंचार की कोई सुविधा नहीं मिल पा रही है. उन्हें बिना नेटवर्क के परेशान होना पड़ रहा है. नेटवर्क नहीं होने से ऑनलाइन पेमेंट भी नहीं हो पा रही है. यात्री अपने साथ इतना पैसा लेकर नहीं आते हैं, उन्हें नहीं मालूम होता है कि केदारनाथ धाम में नेटवर्क की इतनी दिक्कतें है.


कभी भी हो सकती है कोई अनहोनी: तीर्थयात्री


प्रशासन को तीर्थयात्रियों को पहले से बता देना चाहिए कि केदारनाथ धाम में नेटवर्क की काफी दिक्कतें हैं. ऐसे में तीर्थयात्री अपने साथ अपनी जरूरत के अनुसार पैसा लेकर आएंगे. उन्होंने कहा कि केदारनाथ में पैसों के लिए यहां-वहां भटकना पड़ रहा है. तीर्थयात्री विपिन पंवार ने कहा कि केदारनाथ में कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है. यहां पर स्वास्थ्य सुविधा की कमी होती है. ऐसे में तीर्थयात्री अपने चित-परिचितों को संपर्क करके अपनी आपबीती नहीं सुना सकते हैं. उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में केदारनाथ धाम में दूरसंचार की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है.


रात को भी कट जा रही है बिजली


तीर्थयात्री ने कहा कि एक ओर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत धाम में पुनर्निर्माण कार्य हो रहे हैं और दूसरी तरफ धाम में दूरसंचार व्यवस्था से तीर्थयात्री खासे परेशान हैं. वे अपने चित-परिचितों को केदारनाथ धाम की खूबसूरती के दर्शन करवाने चाहते हैं, लेकिन नेटवर्क नहीं होने से उन्हें काफी परेशानियां हो रही हैं. डिजिटल युग में भी केदारनाथ धाम जैसे विशेष स्थान पर संचार सेवा का लाभ नहीं मिल पा रहा है, जो किसी दुर्भाग्य से कम नहीं है. उन्होंने कहा कि धाम में दिन के समय लाइट गायब हो जाती है, जबकि कभी-कभी रात को भी बिजली गायब होने से तीर्थयात्री परेशान हो जाते हैं.


सरकार यात्रा को दुरस्त करने में असफल: कांग्रेस नेता


तीर्थयात्री केदारनाथ धाम में बिजली और दूरसंचार व्यवस्था बेहद ही खराब है. उन्होंने कहा कि दूरसंचार और बिजली की लड़खड़ाती व्यवस्था से देश-विदेश से केदारनाथ धाम पहुंच रहे श्रद्धालु अच्छा संदेश लेकर नहीं जा रहे हैं. वहीं कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने कहा कि यात्रा के शुरुआत से ही खामियां देखने को मिल रही हैं. केदारनाथ धाम में यात्रियों को बिजली की दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं, जबकि दूरसंचार की व्यवस्था भी बेकार है. केदारनाथ धाम में आकर तीर्थयात्री देश-विदेश से कट जा रहे हैं. सरकार यात्रा व्यवस्थाओं को समय से दुरस्त करने में असफल साबित हुआ है.


ये भी पढ़ें-


UK Police Recruitment 2022: उत्तराखंड में 6 साल बाद पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा शुरू, 1721 पदों पर इतने लाख अभ्यर्थियों ने किया है अप्लाई


Khatima: जंगल में चारा लाने गए युवक पर बाघ ने हमला कर उतारा मौत के घाट, जानें- पूरा मामला