Uttarakhand News: उत्तराखंड (Uttarakhand) में ब्रिटिश काल के दौरान रखे हुए तमाम शहरों, महानगरों, सड़कों और संस्थाओं के नाम बदलने की प्रक्रिया की जा रही है. जिसमे लैंसडाउन (Lansedown) का नाम बदलने को लेकर भी लगातार चर्चाएं चल रही हैं. लैंसडाउन का नाम कालों का डांडा रखे जाने की चर्चाएं हैं, लेकिन लैंसडाउन विधानसभा से विधायक दिलीप रावत का कहना है लैंसडाउन का नाम बलभद्र नगर होना चाहिए, क्योंकि सूबेदार बलभद्र सिंह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने लैंसडाउन में सेना स्थापित की थी और वह लंबे समय तक यही रहे हैं. इसलिए लैंसडाउन का नाम बलभद्र नगर होना चाहिए न कि कालों का डांडा. 


केंद्र सरकार को भेजा जा चुका है प्रस्ताव
विधायक दिलीप रावत ने कहा कि लैंसडाउन पर्यटक स्थल भी है इसलिए ऐसा नाम होना चाहिए जिसकी एक पहचान हो. दिलीप रावत ने कहा कि उनके द्वारा पहले ही ब्रिटिश काल के दौरान रखे गए नामों को बदलने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जा चुका है. जब निर्मला सीतारमण रक्षा मंत्री थी उस दौरान भी प्रस्ताव भेजा गया था उन्होंने कहा कि ब्रिटिश काल के दौरान रखे गए नाम गुलामी का प्रतीक है और यह नाम बदलने ही चाहिए. उत्तराखंड विधानसभा का सत्र कहां आयोजित होगा इसको लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है लेकिन बीजेपी के विधायक ही गैरसैंण में शीतकालीन सत्र में न होने की बात कह रहे हैं.


शीतकालीन सत्र को लेकर ये कहा 
बीजेपी विधायक दिलीप रावत ने गैरसैंण में शीतकालीन सत्र को लेकर भी साफ कहा कि गैरसैंण उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी है. इसलिए शीतकाल में गैरसैंण में सत्र कराना उचित नहीं है, क्योंकि वहां का मौसम प्रतिकूल है और वहां ठंड बहुत ज्यादा होती है.ऐसे में ड्यूटी पर तैनात तमाम कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों को दिक्कतें हो सकती हैं इसलिए इस वक्त सत्र कराना उचित नहीं है. 


यह भी पढ़ें:-


Kanpur News: कानपुर के इस यूनिवर्सिटी के VC पर FIR, STF ने किया गिरफ्तार, जानें- क्या है पूरा मामला?