Uttarakhand News: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2022 में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही है. चारों धामों में श्रद्धालुओं की संख्या 25 लाख के पार पहुंच गई है. शुक्रवार शाम 8 बजे तक चारों धामों में 25 लाख 8 हजार 782 श्रद्धालुओं ने चारों धामों के दर्शन किए हैं, जबकि आज कुल 14,578 तीर्थ यात्री चारों धाम पहुंचे हैं. साथ ही अब तक 206 यात्रियों की मौत हो चुकी है. 


केदारनाथ और बदरीनाथ में यात्रियों की संख्या
केदारनाथ में 6 मई से अभी तक 8,36,331 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं. वहीं,  शुक्रवार शाम 8 बजे तक 4,726 तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए. बदरीनाथ धाम में 8 मई से अभी तक 9,02,168 तीर्थ यात्री बदरी विशाल के दर्शन कर चुके हैं. शुक्रवार शाम 8 बजे तक 6,038 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. ऐसे में बदरीनाथ और केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 17,38,497 पहुंच गई है.


गंगोत्री और यमुनोत्री में यात्रियों की संख्या
गंगोत्री धाम में 3 मई से यात्रा शुरू होने से अभी तक 4,34,481 और यमुनोत्री धाम में 3,35,802 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं.  शुक्रवार शाम 8 बजे तक गंगोत्री में 2,244 और यमुनोत्री में 1,570 तीर्थयात्रियों ने आशीर्वाद लिया है. ऐसे में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 7,70,283 हो गई है. वहीं, गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब में अब तक 1,20,210 तीर्थयात्री मत्था टेक चुके हैं.


चारधाम में यात्रियों की मौत
उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं में अब तक 206 लोगों की मौत हो चुकी है. अगर बदरीनाथ की बात करें तो यहां अब तक 52 लोगों की मौत हुई है. वहीं, केदारनाथ में 98 श्रद्धालु, गंगोत्री में 13 श्रद्धालु और यमुनोत्री में 42 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. वहीं, हेमकुंड साहिब यात्रा पर आये एक श्रद्धालु की मौत हुई है.


यात्रा के दौरान तीर्थयात्री बरतें सावधानी
केदारनाथ धाम की यात्रा काफी कठिन है. यहां खड़ी चढ़ाई चढ़कर पहुंचना पड़ता है. पहाड़ों में यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों को खास ध्यान रखने की जरूरत है. पैदल चलते समय सांस लेने की दिक्कत होती है. हाई एल्टीट्यूड में आने पर ऑक्सीजन की प्रॉब्लम होने लगती है, ऐसे में हार्ट अटैक जैसी घटनाएं घट जाती है. तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा लेने की हिदायत दी जा रही है. यात्रियों से हृदय रोगों के मरीजों को जोखिम न लेने की अपील की जा रही है. साथ ही उन्हें रुक-रुककर सफर करने को कहा जा रहा है.


चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी
चारधाम यात्रा में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब बिना रजिस्ट्रेशन के यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को रोकने का आदेश जारी किया गया है. जिसके तहत अब यात्रा मार्गों पर बने चेक पोस्टों पर पुलिस यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक कर रही है. वहीं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उनको वापस भेजा जा रहा है.


यात्रा पर मार्ग पर लगातार भूस्खलन
मानसूनी बारिश केदारनाथ धाम की यात्रा के लिये आफत बनकर बरस रही है. ऐसे में अब यात्री भी यात्रा करने से कतरा रहे हैं. इस कारण यहां दुर्घटनाएं हो रही हैं. ऐसे में मोटरमार्ग पर वाहन चालक भी आवाजाही करने से कतरा रहे हैं. सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच मोटरमार्ग पर सफर करना जानलेवा साबित हो रहा है. वहीं, दोपहर बाद से सोनप्रयाग सहित गौरीकुंड में लगातार बारिश हो रही है, जिस कारण यात्रा को रोक दिया गया है. और यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है. सोनप्रयाग से गौरीकुंड 5 किमी मोटरमार्ग पर सफर करना खतरनाक साबित हो रहा है. दो दिन के भीतर इस मोटरमार्ग पर दो तीर्थयात्रियों ने अपनी जान गंवा दी है. 13 से अधिक तीर्थयात्री घायल हो गये हैं. सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच मोटरमार्ग पर जगह-जगह बोल्डर गिर रहे हैं.


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